A
Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड साउथ फिल्म इंडस्ट्री पर टूटा दुखों का पहाड़, मशहूर डायरेक्टर Siddique का हार्ट अटैक से निधन

साउथ फिल्म इंडस्ट्री पर टूटा दुखों का पहाड़, मशहूर डायरेक्टर Siddique का हार्ट अटैक से निधन

Director Siddique died: प्रसिद्ध मलयालम निर्देशक सिद्दीकी का कोच्चि में निधन हो गया है। जिसके बाद दुलकर सलमान ने इस दुखद खबर की पुष्टि की है।

Noted Malayalam director Siddique- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM Noted Malayalam director Siddique

Director Siddique died: इन दिनों लगातार फिल्म जगत से दुखद खबरें सामने आ रही हैं। अभी आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की मौत के दुख से लोग उबरे ही नहीं थे कि अब प्रसिद्ध मलयालम निर्देशक स्माइल सिद्दीकी की खबर सामने आई है। डायरेक्टर सिद्दीकी का दिल का दौरा पड़ने के बाद कोच्चि के अमृता अस्पताल में निधन हो गया। वह निमोनिया और श्वांस संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जुलाई की शुरुआत से अस्पताल में भर्ती थे। 

आईसीयू में एडमिट थे डायरेक्टर 

ऐसा बताया जा रहा है कि निधन से कुछ समय पहले फिल्म निर्माता गहन देखभाल यानी आईसीयू में थे। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया था कि सिद्दीकी को एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन (ईसीएमओ) मशीन के माध्यम से सहायता मिल रही थी। लेकिन अब उनके निधन की खबर से इंडस्ट्री जैसे हिल गई है। सभी को यह उम्मीद थी कि वह जल्द स्वस्थ होकर काम पर वापस आएंगे। 

सदमे में इंडस्ट्री 

सिद्दीकी की मौत से पूरी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री सदमे में है। दुलकर सलमान ने सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक नोट लिखकर उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। अभिनेता ने पोस्ट के साथ लिखा, ''सबसे सज्जन आत्मा। सबसे दयालु इंसान, एक प्रतिभाशाली लेखक/निर्देशक, उनके सौम्य व्यवहार के पीछे छिपा है सबसे अविश्वसनीय हास्य। उन्होंने हमें कुछ सबसे प्रतिष्ठित फिल्में दीं। हमारी पॉप संस्कृति का हिस्सा और हमारी रोजमर्रा की बातचीत में इसका उल्लेख होता है। यह एक अपूरणीय क्षति है। सिद्दीकी सर के परिवार और प्रियजनों के लिए प्रार्थना और शक्ति।''

तीन बच्चे और पत्नी को छोड़ गए अकेला

सिद्दीकी के परिवार में उनकी पत्नी सजिता और उनके तीन बच्चे सुमाया, सारा और सुकून हैं। सिद्दीकी इस्माइल के बारे में बात करें तो निर्देशक को गॉडफादर, बिग ब्रदर, मारो और बॉडीगार्ड जैसी लोकप्रिय मलयालम फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है। उन्होंने 1989 में मलयालम फिल्म 'रामजी राव स्पीकिंग' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। उन्होंने 1986 में फिल्म पप्पन प्रियप्पट्टा पप्पन से पटकथा लेखक के रूप में अपनी शुरुआत की।

सीमा हैदर और अंजू की जिंदगी पर बनेंगी फिल्में, जानिए क्या होंगे दोनों के टाइटल

रजनीकांत की 'जेलर' ने दी 'गदर 2' और 'ओएमजी 2' को मात, एडवांस बुकिंग में दिखा थलाइवा का जलवा

Latest Bollywood News