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Hindi News फैक्ट चेक Fact Check: संसद में पीएम मोदी ने नहीं दिया आरक्षण के खिलाफ बयान, अधूरा VIDEO हो रहा वायरल

Fact Check: संसद में पीएम मोदी ने नहीं दिया आरक्षण के खिलाफ बयान, अधूरा VIDEO हो रहा वायरल

पीएम मोदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आरक्षण के खिलाफ बयान दिया है। लेकिन इस वीडियो के फैक्ट चेक में पता चला कि पीएम मोदी असल में जवाहरलाल नेहरू का एक लेटर पढ़ रहे हैं।

fact check- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आरक्षण पर पीएम मोदी के एक बयान का फैक्ट चेक

India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि पीएम ने आरक्षण के खिलाफ बयान दिया है। इस वीडियो में पीएम मोदी कहते दिख रहे हैं कि मुझे कोई भी आरक्षण पसंद नहीं है, ख़ासकर नौकरियों में। इस वीडियो को इस ढंग से वायरल किया जा रहा है, जिससे पीएम मोदी को आरक्षण विरोधी बताया जा सके। लेकिन जब इंडिया टीवी ने इसका फैक्ट चेक किया तो पाया कि वायरल वीडियो पीएम मोदी की आरक्षण पर उस टिप्पणी का हिस्सा है जिसमें वह जवाहरलाल नेहरू की चिट्ठी को कोट कर रहे थे।

क्या हो रहा वायरल?

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @ssrajputINC नाम के यूजर सुरेंद्र राजपूत, जो कि कांग्रेस पार्टी के नेशनल मीडिया पेनलिस्ट हैं, उन्होंने ये वीडियो 7 फरवरी को शेयर किया है। इस वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, "मोदी जी क्या कर रहे हैं? ये किसी भी प्रकार के आरक्षण के ख़िलाफ़ हैं? नौकरी में तो बिलकुल नहीं? क्या हो रहा है भाजपा में?" (कैप्शन को जस का तस लिखा गया है)

Image Source : screenshot सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल हो रहा ये वीडियो

इस कैप्शन के साथ जो वीडियो शेयर की गई है उसमें पीएम मोदी कहते दिख रहे हैं, "मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता... और खासकर नौकरी में तो आरक्षण कतई नहीं... मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं... जो अकुशलता को बढ़ावा दे..." कांग्रेस नेता द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो को 2 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा है और करीब 2 हजार लोगों ने इसे रीशेयर भी किया है।

इंडिया टीवी ने किया फैक्ट चेक

जब हमने इस वीडियो को ध्यान से सुना तो इसके शुरुआती सेकेंड में "पढ़ता हूं" सुनाई देता है और फिर उसके बाद पीएम मोदी आगे बोलते हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी के बोलने के लहजे से भी ये समझ आता है कि वह किसी और का वक्तव्य पढ़ रहे हैं। इसके बाद जब हमने इस वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन पर नजर डाली तो बहुत सारे यूजर्स ने पीएम मोदी के इस बयान का पूरा वीडियो शेयर करते हुए ये बताया कि ये बयान अधूरा है। असल में पीएम मोदी आरक्षण को लेकर जवाहरलाल नेहरू की लिखी एक चिट्ठी को संसद में पढ़ रहे थे।

कमेंट सेक्शन में नीचे जाने पर एक यूजर ने पीएम मोदी का हाल ही में राज्यसभा में दिए उस बयान का पूरा वीडियो भी शेयर किया था। न्यूज एजेंसी ANI के X हैंडल पर अपलोड इस वीडियो को 7 फरवरी 2024 को पोस्ट किया गया था। इस वीडियो में राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन पीएम स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्रियों को लिखा एक पत्र पढ़ा। 

इसमें पीएम मोदी कहते दिख रहे हैं, "मैं इसका अनुवाद पढ़ रहा हूं - मैं किसी भी प्रकार के आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के सख्त खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए..।" नेहरू के इस पत्र को कोट करने के बाद पीएम मोदी कहते हैं, "इसीलिए मैं कहता हूं कि वे जन्मजात इसके (आरक्षण) विरोधी हैं। अगर उस समय सरकार में भर्ती हुई होती और पदोन्नति करते हुए आगे बढ़ते तो आज यहां पहुंचते।

इसके बाद पीएम मोदी के इस भाषण का पूरा अंश देखने के लिए और बयान की पुष्टि के लिए हम संसद टीवी के यूट्यूब चैनल पर गए। यहां हमें 7 फरवरी 2024 को ही अपलोड पीएम मोदी का राज्यसभा में दिया गया पूरा भाषण मिला। इसमें पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान राज्यसभा में भाषण दे रहे थे। जब इस वीडियो में 29 मिनट के बाद पीएम आरक्षण के मुद्दे पर बोलना शुरू करते हैं। इस वीडियो में 31 मिनट पर आते ही पीएम मोदी कहते हैं, "यह देश के प्रधानमंत्री पंडित नेहरु जी द्वारा उस समय के देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है... ऑन रिकॉर्ड है... मैं अनुवाद पढ़ता हूं, ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता... और ख़ासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के ख़िलाफ़ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ़ ले जाये।’ यह पंडित नेहरु द्वारा मुख्यमंत्रियों को लिखी हुई चिट्ठी है।"

फैक्ट चेक में क्या निकला?

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में पीएम मोदी आरक्षण के खिलाफ बयान नहीं दे रहे हैं, बल्कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू के एक आधिकारिक लेटर को कोट कर रहे हैं।

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