बच्चों में तेजी से बढ़ रही हैं हार्ट की बीमारी, मोटापा बन रहा है बड़ी वजह, हेल्दी रखने के लिए क्या खिलाएं?
Child Health Day: आजकल बढ़ते मोटापे की वजह से बच्चों में हार्ट से जुड़ी बीमारियां तेजी से देखने को मिल रही हैं। चलिए डॉक्टर से जानते हैं बच्चों में बढ़ते मोटापे को कैसे कम करें?

आजकल बच्चों में हृदय रोग (हार्ट डिज़ीज़) की समस्या तेज़ी से बढ़ रही है। पहले जो बीमारियाँ केवल बड़ों में देखने को मिलती थीं, अब वे छोटे बच्चों में भी दिखाई देने लगी हैं। पीएसआरआई अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार कार्डियोलॉजी डॉ.रवि प्रकाश, कहते हैं इसका सबसे बड़ा कारण है मोटापा, जो असंतुलित खानपान और शारीरिक गतिविधि की कमी से बढ़ रहा है। जंक फूड, शुगर वाली चीज़ें, और लंबे समय तक स्क्रीन देखने की आदतें बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा रही हैं।
मोटापा बनता है दिल के बीमारियों की वजह
मोटापा शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ाता है, जिससे ब्लड वेसल्स सख्त हो जाती हैं और दिल पर ज़्यादा दबाव पड़ता है। लंबे समय में यह उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोग जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है। इसलिए माता-पिता को बच्चों के खानपान और दिनचर्या पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
अच्छी सेहत के लिए हेल्दी डाइट है ज़रूरी:
बच्चों को हेल्दी रखने के लिए संतुलित आहार देना बहुत ज़रूरी है। रोज़ाना के भोजन में फल, हरी सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, दालें और दूध से बनी चीज़ें शामिल करें। बाहर के तले-भुने और पैक्ड फूड से जितना हो सके बचाएँ। नाश्ते में ओट्स, पोहा, उपमा, या फलों का शेक जैसी पौष्टिक चीज़ें दें। दिनभर में पर्याप्त पानी पीने की आदत डालें।
वजन कम करने के लिए शारीरिक गतिविधि भी है ज़रूरी:
बच्चों को रोज़ाना कम से कम एक घंटा शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए, जैसे साइकिल चलाना, दौड़ना या आउटडोर गेम्स खेलना। इससे उनका वजन नियंत्रित रहता है और दिल मज़बूत बनता है। माता-पिता को खुद भी स्वस्थ खानपान अपनाकर बच्चों के लिए उदाहरण बनना चाहिए। समय पर सही आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद से बच्चों का हृदय स्वस्थ रह सकता है और भविष्य में हार्ट की बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
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