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Hindi News हेल्थ छाती में जमा बलगम को बाहर निकाल फेंकता है ये देसी काढ़ा, सर्दी जुकाम में मिलेगा तुरंत आराम

छाती में जमा बलगम को बाहर निकाल फेंकता है ये देसी काढ़ा, सर्दी जुकाम में मिलेगा तुरंत आराम

Homemade Kadha For Mucus: सर्दी जुकाम के बाद सीने में कफ जमा हो जाता है। बार-बार चाय कॉफी पीने से बेहतर है दिन में एक बार ये देसी काढ़ा पी लें। छाती में जमा बलगम को निकलने में बहुत असरदार है। खांसी और कफ की समस्या हो जाएगी दूर।

Kadha For Cough- India TV Hindi Image Source : FREEPIK देसी काढ़ा

सर्दियों के ज्यादातर लोग जुकाम खांसी से परेशान रहते हैं। कफ और बलगम सीने में जमा हो जाता है। जिससे समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। कई बार सीने में जकड़न की वजह से सांस लेना भी मुश्किल हो जाती है। लंबे समय तक फेफड़ों में इन्फेक्शन होने पर निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। कई बार सीने में बलगम ऐसे जकड़ जाता है कि रात में चैन की नींद लेना भी मुश्किल हो जाता है। अगर आपके सीने में भी बगलम जमा है तो ये देसी काढ़ा जरूर पिएं। आपको 3-4 दिन में ही आराम मिल जाएगा। 

काढ़ा बनाने की सामग्री

आपको इसके लिए 1 इंच अदरक टुकड़ा चाहिए। करीब 8-10 काली मिर्च, 8-10 तुलसी के पत्ते, एक बड़ा तेज पत्ता, 1 टुकड़ा कच्ची हल्दी, 1 स्टिक दालचीनी, 1 बड़ा टुकड़ा गुड़, 1 गिलास पानी चाहिए।

काढ़ा बनाने की विधि

  • काढ़ा तैयार करने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी को उबलने के लिए रख दें।
  • अब इसमें तुलसी के पत्ते, तेज पत्ता, काली मिर्च, कच्ची हल्दी डाल दें।
  • पानी में दालचीनी, गुड़ और अदरक भी डाल दें और इसे उबलने  दें।
  • काढ़ा आपको करीब 20 मिनट के लिए उबालना है जब तक कि इसका रंग न बदल जाए।
  • पानी जब करीब आधा गिलास रह जाए तो इसे गिलास में छान लें और गरमा गर्म पी लें।
  • आपको 3-4 दिन लगातार ये काढ़ा पीना है। इससे सर्दी जुकाम और कफ की समस्या दूर हो जाएगी।

काढ़ा पीने के फायदे

काढ़ा बनाने में जो सामग्री इस्तेमाल की जाती है वो शरीर को गर्म रखने और बलगम को पतला करने में मदद करती हैं। इसमें कच्ची हल्दी का उपयोग होता है। हल्दी में करक्यूमिन नाम का यौगिक पाया जाता है जो बलगम को ढ़ीला करता है। अदरक कफ को निकालने में मदद करती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। काली मिर्च खाने से सर्दी और बलगम कम होता है। इससे फेफड़ों में जमा बलगम ढीला हो जाता है। वहीं तेज पत्ता भी गर्म होता है। ये सारी चीजें मिलकर बलगम को बाहर का रास्ता दिखाती हैं।

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