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Hindi News भारत राष्ट्रीय Weather Alert: मौसम विभाग ने जारी किया बर्फीले तूफान का अलर्ट, जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल

Weather Alert: मौसम विभाग ने जारी किया बर्फीले तूफान का अलर्ट, जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक दिल्ली में घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर के 9 जिलों में बर्फ के तूफान का अलर्ट जारी किया है और लोगों को घरों से नहीं निकलने की सलाह दी है।

IMD Weather Forecast alert Icy storm Snowfall Delhi Jammu Kashmir Uttar Pradesh- India TV Hindi Image Source : PTI IMD Weather Forecast alert Icy storm Snowfall Delhi Jammu Kashmir Uttar Pradesh

नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है और मैदानी इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि ने ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक दिल्ली में घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर के 9 जिलों में बर्फ के तूफान का अलर्ट जारी किया है और लोगों को घरों से नहीं निकलने की सलाह दी है। देश में अलग-अलग कई राज्यों में सर्दी का सितम बढ़ रहा है और खासकर उत्तर भारत में ठंड अपना कहर दिखा रही है।

इसके अलावा लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड में भी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। उत्तर भारत की बात करें तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों, उत्तरी और पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने पहले ही 7 जनवरी तक के लिए पूर्वानुमान दे दिया है कि दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और इसके बाद आने वाले दिनों में ठंड के साथ-साथ शीतलहर बढ़ सकती है।

जम्मू-कश्मीर में हिमस्खलन की चेतावनी जारी

जम्मू और कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीएमए) ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के हिमस्खलन प्रवण क्षेत्रों की उच्चतर पहुंच के लिए उच्च, मध्यम और निम्न स्तर के हिमस्खलन की चेतावनी फिर जारी की। पुंछ, रामबन, डोडा, किश्तवाड़, अनंतनाग, बारामूला, कुपवाड़ा बांदीपोरा और कुलगाम जिलों को हिमस्खलन से अधिक खतरे की चेतावनी जारी की गई है। इसी तरह राजौरी, उधमपुर, गांदरबल और रियासी जिलों में मध्यम स्तर के हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और हिमस्थल वाले क्षेत्रों में जाने से बचने और जीवन की हानि से बचने के लिए अपनी छतों से बर्फ हटाने की सलाह दी गई है।

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श्रीनगर हवाईअड्डे पर उड़ानें रद्द 

कश्मीर में बर्फबारी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, इसकी वजह से श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग अवरुद्ध बना हुआ है और श्रीनगर हवाईअड्डे पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। अगले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर के दूरदराज इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। लेकिन, 7 से 14 जनवरी तक भारी बर्फबारी की संभावना नहीं है। भारी बर्फबारी और कम दृश्यता की वजह से श्रीनगर हवाईअड्डे पर चौथे दिन भी विमानों का परिचालन बहाल नहीं होने की खबर है। कश्मीर में भारी बर्फबारी के कारण अलग-अलग घटनाओं में बुधवार को सीआरपीएफ के एक अधिकारी और एक 74 वर्षीय महिला की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बर्फबारी की आशंका वाले क्षेत्रों से कई परिवारों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है।

दिल्ली में इस साल जनवरी में हुयी बारिश पिछले 21 साल में सबसे ज्यादा: आईएमडी 

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार दिल्ली में जनवरी में अब तक 56.6 मिमी वर्षा हो चुकी है जो पिछले 21 वर्षों में सबसे अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को लगातार चौथे दिन छिटपुट बारिश दर्ज की गयी। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला में इस साल अब तक 56.6 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है। दिल्ली में हर साल जनवरी में औसतन 21.7 मिमी बारिश होती है। पिछले साल जनवरी में 48.1 मिमी बारिश हुी थी जबकि जनवरी 2019 में 54.1 मिमी और जनवरी 1999 में 59.7 मिमी बारिश हुई थी।

आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, 1995 में जनवरी महीने में यहां 69.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार को शाम 5:30 बजे तक छह मिमी बारिश दर्ज की। इस दौरान पालम, लोधी रोड, रिज और अयानगर मौसम केंद्रों में क्रमशः 5.4 मिमी, 6.3 मिमी, 11.1 मिमी और 3.6 मिमी बारिश दर्ज की गयी। आईएमडी ने बताया कि मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हुयी है। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भी भारी बर्फबारी हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के हटते ही तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में अगले दो दिनों तक घना कोहरा रहने का अनुमान है।

उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में मंदिर के चारों तरफ 3 फीट मोटी बर्फ जमी 

उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हो रही है और मंदिर के चारों तरफ 3 फीट मोटी बर्फ जम गई है। कुलगाम में पिछले 24 घंटे में 5 फीट तक बर्फबारी हुई है और बर्फ के बोझ से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड के बद्रीनाथ में भी हर तरफ बर्फ की चादर बिछी है और यहां तापमान माइनस में पहुंच गया है। चारधाम, औली सहित राज्य की ऊंची चोटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गईं हैं। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली व पिथौरागढ़ में हिमपात होने की संभावना है। हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर (यूएसनगर) व अन्य मैदानी इलाकों में घना कोहरा रह सकता है। उत्तराखंड में मशहूर स्कीईंग रिसॉर्ट औली में भी बर्फबारी शुरू हो गई जिसके बाद बर्फ का आनंद लेने बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं।

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राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी

राजस्थान के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश के बावजूद राज्य के अधिकतर हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान चूरू के राजगढ़ में 18 मिलीमीटर, श्रीगंगानगर के घडसाना में 10 मिलीमीटर, करणपुर में आठ मिलीमीटर, हनुमानगढ़ के भादरा में सात मिलीमीटर, चूरू के तारानगर में सात मिलीमीटर, जयपुर के विराटनगर में 6.5 मिलीमीटर, श्रीगंगानगर के तारागनर में 5.6 मिलीमीटर, श्रीगंगानगर और चूरू में पांच-पांच मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं अन्य कई स्थानों पर एक मिलीमीटर से लेकर चार मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस कम और जैसलमेर में 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अजमेर संभाग में रात का तापमान 3-4 डिग्री अधिक, जयपुर, कोटा, बीकानेर संभाग में 6-7 डिग्री अधिक, उदयपुर संभाग में 3-4 डिग्री अधिक जबकि जोधपुर संभाग में रात का तापमान सामान्य के आसपास दर्ज किया गया। विभाग ने आगामी 24 घंटे के दौरान झुंझुनूं, सीकर, अजमेर, अलवर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, जोधपुर, नागौर जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई है। 

जानिए उत्तर प्रदेश में आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल

मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों का अनुमान जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कोहरे की संभावना बनी हुई है। कई जिलों में घने से बेहद घने कोहरे का भी अनुमान जारी किया है। बादलों के छंटने के साथ ही तापमान में गिरावट का भी अनुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि कोहरा होने के बाद भी दोपहर तक धूप निकल जाएगी। अगले एक हफ्ते के अनुमानित तापमान का आंकड़ा जारी करते हुए मौसम विभाग ने बताया है कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में दिन में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस या इससे ऊपर ही दर्ज किया जाएगा। हालांकि, रात के तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है लेकिन, ये भी 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही बना रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर जारी

हिमाचल प्रदेश में तीन दिन से बर्फबारी का दौर जारी है। बुधवार सुबह सुबह भी बारिश व हिमपात जारी रहा। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह का कहना है कि दो दिन से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में बारिश और हिमपात हो रहा है। बुधवार से पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार आगे चार दिन मौसम साफ रहने की संभावना है। दो दिन से जारी हिमपात से लाहुल घाटी का संपर्क मनाली से कट गया है। इसके अतिरिक्त अटल सुरंग रोहतांग के दोनों छोर पर डेढ़ फीट से अधिक हिमपात हो चुका है। किन्नौर, चंबा के पांगी, भरमौर, शिमला जिला के कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर में मंगलवार शाम तक हिमपात जारी रहा, जबकि प्रदेशभर में निचले क्षेत्रों में बारिश हुई।

झारखंड और चेन्नई में जानिए मौसम का हाल

मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड की राजधानी रांची व आसपास के इलाके में अगले तीन दिनों तक आकाश में हल्के बादल छाये रहेंगे, वहीं न्यूनतम तापमान में लगभग दो डिग्री की वृद्धि जारी रहने की संभावना है। चेन्नई स्थित मौसम कार्यालय ने राज्य के विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, चेन्नई, कांचीपुरम, कुड्डलूर, नागपट्टिनम और तिरुवन्नमलाई जिलों में एवं पुडुचेरी में भारी बारिश (7 सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर तक) की चेतावनी जारी की है।

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पंजाब-हरियाणा में बारिश

पंजाब और हरियाणा में बुधवार को बारिश हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। वहीं, चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस अधिक था।

दक्षिणी-पश्चिमी भारत का मौसम पूर्वानुमान

तटीय और उत्तरी तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में एक या दो भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश भी संभव है, जबकि आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, लक्ष्यद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, विदर्भ और मराठवाड़ा में हल्की बारिश की गतिविधियां हो सकती हैं।

पश्चिमी विक्षोभ का असर हो रहा खत्‍म

मौसम विशेषज्ञों की मानें तो बुधवार (6 जनवरी) से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो रहा है। इस वजह से अब दिल्ली को आगे ठंड की ठिठुरन के बीच बारिश से राहत मिल सकती है। गुरुवार (7 जनवरी) से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की भी संभावना जताई गई है। हालांकि, इसका असर दिल्ली में देखने को नहीं मिलेगा जिससे बारिश होने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि आगामी 10 जनवरी तक दिल्ली वासियों को अधिक सर्दी से राहत मिलेगी। इसके बाद न्यूनतम तापमान में कमी आना शुरू होगी जिससे जनवरी की सर्दी का एहसास होगा।

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