A
Hindi News भारत राष्ट्रीय मणिपुर मामले पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को क्या बताया, हलफनामे में कही ये अहम बातें

मणिपुर मामले पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को क्या बताया, हलफनामे में कही ये अहम बातें

मणिपुर वीडियो कांड में अब तक सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं इनमें वो शख्स भी है जिसने निर्वस्त्र महिलाओं की परेड का वीडियो बनाया था। अब केन्द्र सरकार ने हलफनामा दाखिल करके सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद 6 महीने के अंदर सुनवाई पूरी करने के निर्देश दिये जाएं।

amit shah- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के नेताओं से बातचीत की कोशिशें तेज की

मणिपुर में अब शांति बहाली की कोशिशें तेज़ हो गई हैं। इस मामले में दो बड़े एक्शन हुए हैं। एक बार फिर गृहमंत्री अमित शाह ने कुकी और मैतेई समुदाय के टॉप लीडर्स से बात की है तो दूसरी तरफ दो महिलाओं के वीडियो मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। अब इस कांड की जांच ना केवल सीबीआई करेगी बल्कि इसकी सुनवाई भी मणिपुर के बाहर असम की कोर्ट में होगी। केन्द्र सरकार ने हलफनामा दाखिल करके सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद 6 महीने के अंदर सुनवाई पूरी करने के निर्देश दिये जाएं। वीडियो कांड के मामले में अब तक सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं इनमें वो शख्स भी है जिसने निर्वस्त्र महिलाओं की परेड का वीडियो बनाया था।

मणिपुर में शांति बहाली के लिए एक्शन में सरकार
आज सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए केन्द्र सरकार से जवाब मांगा था। सरकार ने हलफनामा दाखिल कर दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली से ही बातचीत की कोशिशें तेज़ कर दी हैं। मणिपुर में कुकी और मैतेई दोनों गुटों के टॉप लीडर्स से बात की जा रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने दोनों पक्षों के टॉप लीडर से बात की है। इससे पहले भी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिन तक इंफाल में कैंप कर चुके हैं।

सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके क्या कहा?
इस बीच केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके कहा है कि 2 महिलाओं के साथ बर्बरता के मामले की जांच CBI के हवाले कर दी गई है। मणिपुर सरकार ने 26 जुलाई को CBI जांच की सिफारिश की थी जिसे केंद्र ने 27 जुलाई को स्वीकार कर लिया। केंद्र सरकार जांच को तय वक्त में पूरा करके मुकदमा चलाएगी। महिलाओं से बर्बरता मामले का मुकदमा मणिपुर से बाहर चलाया जाएगा। केस की सुनवाई असम के कोर्ट में चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इजाज़त मांगी गई है। मुकदमे की सुनवाई चार्जशीट दाखिल करने के 6 महीने में पूरा करने का निर्देश देने की अपील भी की गई है।

सीबीआई को सौंपी जांच, 7 आरोपी गिरफ्तार
आपको याद होगा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ हैवानियत का वीडियो सामने आने के बाद 20 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने सज्ञान लेते हुए कड़ी टिप्पणी की थी और केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा था। अब सरकार ने कोर्ट में अपना जवाब दे दिया है। साथ ही सीबीआई जांच को भी मंजूर कर लिया है। सीबीआई को जांच सौंपे जाने के साथ-साथ महिलाओं से दरिंदगी करने वालों के खिलाफ पुलिस का एक्शन लगातार जारी है। अब इस दरिंदगी का वीडियो बनाने वाले को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही गुरुवार शाम तक 7 आरोपी पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं। बाकी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें छापेमारी कर रही हैं। मणिपुर के थोरबंग और कांगवे में गुरुवार को फायरिंग की कुछ घटनाएं सामने आई हैं। दोनों जगहों पर मैतेई और कुकी आमने-सामने हैं। 

ये भी पढ़ें-

सीरिया में जबरदस्त धमाका, 6 लोगों की मौत; शिया मस्जिद में इबादत के समय टैक्सी में किया गया विस्फोट

मुंबई के चौथे तालाब मोदक सागर में पानी हुआ ओवर फ्लो, इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी

 

Latest India News