A
Hindi News भारत राजनीति खतरे में खट्टर सरकार? दुष्यंत चौटाला की जेजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई

खतरे में खट्टर सरकार? दुष्यंत चौटाला की जेजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई

बताया जा रहा है कि जेजेपी विधायक दल की बैठक के बाद शाम 7 बजे दुष्यंत चौटाला गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं।

संकट में खट्टर सरकार? दुष्यंत चौटाला की जेजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई- India TV Hindi Image Source : FILE संकट में खट्टर सरकार? दुष्यंत चौटाला की जेजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई

नई दिल्ली: किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर है। मनोहर लाल खट्टर सरकार में शामिल जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) विधायक दल की एक बैठक आज दिल्ली में होनेवाली है। जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 2 बजे दिल्ली में जेजेपी विधायक दल की बैठक होगी। आपको बता दें कि जेजेपी हरियाणा की खट्टर सरकार में शामिल है। बताया जा रहा है कि जेजेपी विधायक दल की बैठक के बाद शाम 7 बजे दुष्यंत चौटाला गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। अमित शाह और चौटाला की इस मीटिंग में मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हो सकते हैं।

आपको बता दें कि इससे पहले 10 जनवरी को करनाल जिले के कैमला गांव में प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘किसान महापंचायत’ के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के ‘‘फायदे’’ बताने वाले थे। इससे पहले पुलिस ने कैमला गांव की ओर किसानों के मार्च को रोकने लिए उन पर पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस के गोले छोड़े थे लेकिन प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए और ‘किसान महापंचायत’ कार्यक्रम को बाधित किया था। प्रदर्शनकारी किसानों ने मंच को क्षतिग्रस्त कर दिया, कुर्सियां, मेज और गमले तोड़ दिए थे। किसानों ने अस्थायी हेलीपेड का नियंत्रण भी अपने हाथ में ले लिया जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरना था। 

 कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का इस्तीफा मांगा 
कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रस्तावित महापंचायत में रविवार को हुए किसानों के हंगामे के लिए प्रदेश सरकार के ‘अड़ियल रवैये’ को जिम्मेदार ठहराते हुए सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने यह आरोप लगाया कि कृषि कानूनों के मुद्दे पर प्रदेश और केंद्र सरकारें दोहरा रुख दिखा रही हैं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री जी बार-बार कहते हैं कि ये कानून वापस नहीं होंगे। इसी हठ ने आज स्थिति को यहां तक पहुंचाया है। ये एक तरफ किसानों से बातचीत का दिखावा कर रहे हैं और दूसरी तरफ इनका यह अड़ियल रवैया नजर आ रहा है।’’ सैलजा ने दावा किया, ‘‘मुख्यमंत्री को अपने गृह जिले में फजीहत का सामना करना पड़ा। इन्हें लोगों का समर्थन नहीं प्राप्त है। महापंचायत करने के नाम पर पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया था।’

इनपुट-भाषा

पढ़ें:-IMD Weather Alert: दिल्ली में कड़ाके की ठंड के बीच पारा 5 डिग्री से नीचे गिरा, कोहरे ने बढ़ाई मुश्किलें
पढ़ें:- कृषि कानून और किसानों के आन्दोलन पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनाएगा फैसला


Latest India News