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Hindi News जम्मू और कश्मीर अनुच्छेद 370 हटने के बाद लद्दाख में पहली बार हो रही वोटिंग, मतदाताओं की दिखी लंबी कतारें: VIDEO

अनुच्छेद 370 हटने के बाद लद्दाख में पहली बार हो रही वोटिंग, मतदाताओं की दिखी लंबी कतारें: VIDEO

लद्दाख की 26 सीटों पर आज पांचवीं लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के लिए वोटिंग जारी है। साल 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यहां ये पहला मतदान हो रहा है। वोटिंग को लेकर यहां के स्थानीय लोगों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

LAHDC Elections- India TV Hindi Image Source : VIDEO GRAB एलएएचडीसी चुनाव के लिए लगी लंबी कतारें

पांचवीं लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल के लिए लद्दाख की 26 सीटों पर आज मतदान हो रहा है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश के रूप में लद्दाख में होने वाला ये पहला प्रमुख मतदान है। कारगिल में LAHDC की 26 सीटों के लिए 85 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के बीच लड़ाई देखने को मिलने वाली है। इस चुनाव को लेकर वोटरों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पोलिंग बूथों पर लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। 

चार पार्षद प्रशासन ने किए नियुक्त
निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, मतदान सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक होगा जिसमें 46,762 महिलाओं सहित 95,388 मतदाता मतदान करेंगे। 30 सदस्यीय पर्वतीय परिषद की 26 सीट के लिए कुल 85 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मतदान का अधिकार रखने वाले चार पार्षद प्रशासन द्वारा नामांकित किए जाते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी लेकिन दोनों ने 17 (NC) और 22 (कांग्रेस) उम्मीदवार खड़े किए हैं। दोनों ही दलों ने कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कड़ा मुकाबला है उन क्षेत्रों के लिए यह सहमति बनी है। भाजपा ने पिछले चुनाव में एक सीट जीती थी, लेकिन पीडीपी के दो पार्षद उसके पाले में आए गए थे जिससे उसकी संख्या बढ़कर तीन हो गई थी। भाजपा ने इस बार 17 उम्मीदवार चुनाव में उतारे हैं। 

8 अक्टूबर को होगी वोटों की गिनती
अधिकारियों ने बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) चार सीट पर अपनी किस्मत आजमा रही है जबकि 25 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं। परिषद चुनाव के लिए पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया जा रहा है। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक, जिले भर में बनाए गए 278 मतदान केंद्रों में से 114 अतिसंवेदनशील और 99 संवेदनशील हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की अतिरिक्त कंपनियां पहले ही तैनात की जा चुकी हैं और वे शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए अपने कर्तव्य का पालन कर रही हैं। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी और नयी परिषद का गठन 11 अक्टूबर से पहले हो जाएगा।

(रिपोर्ट- मंसूर अहमद)

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