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Hindi News महाराष्ट्र मुंबई के माहिम में समंदर किनारे बनी अवैध दरगाह तोड़ी गई, पुलिस की मौजूदगी में चला बुलडोजर; कल राज ठाकरे ने दी थी चेतावनी

मुंबई के माहिम में समंदर किनारे बनी अवैध दरगाह तोड़ी गई, पुलिस की मौजूदगी में चला बुलडोजर; कल राज ठाकरे ने दी थी चेतावनी

कल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के चीफ राज ठाकरे ने शिवाजी पार्क की अपनी रैली में अवैध दरगाह का मामला उठाया था। राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर अवैध दरगाह तो नहीं तोड़ा गया तो वो वहां पर गणपति मंदिर की स्थापना कर देंगे।

illegal dargah- India TV Hindi Image Source : INDIA TV अवैध दरगाह पर चला बुलडोजर

मुंबई (महाराष्ट्र): मुंबई में माहिम में समुंदर के किनारे अवैध रूप से बनाई गई दरगाह तोड़ दिया गया है। दरगाह को तोड़ने के आदेश रेजिडेंट कलेक्टर मुंबई ने दिए थे। 6 अफसरों की टीम आज सुबह 8 बजे से ही दरगाह पर पहुंच गई थी। आसपास भारी तादात में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा कई मजदूर और 1 जेसीबी मशीन भी मौके पर बुलाई गई थी। कलेक्टर और डीसीपी खुद मौके पर पहुंचे हैं।

राज ठाकरे ने अपने भाषण में उठाया था दरगाह का मुद्दा
बता दें कि कल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के चीफ राज ठाकरे ने शिवाजी पार्क की अपनी रैली में अवैध दरगाह का मामला उठाया था। राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर अवैध दरगाह को नहीं तोड़ा गया तो वो वहां पर गणपति मंदिर की स्थापना कर देंगे। राज ठाकरे की स्पीच के बाद आज सुबह से मुंबई का प्रशासन हरकत में आ गया है। सुबह से ही अफसरों की टीम माहिम दरगाह में मौजूद है।

'खुलेआम समुद्र में बन रही एक और हाजी अली दरगाह'
संभावित सुरक्षा खतरे की ओर इशारा करते हुए, राज ठाकरे ने कहा था कि यह माहिम पुलिस स्टेशन के करीब है और बीएमसी के अधिकारी वहां घूमते रहते हैं लेकिन उन्हें इस अवैध निर्माण के बारे में कोई हवा नहीं है। पिछले दो वर्षों से यह 'दरगाह' खुलेआम समुद्र में बन रही है.. एक और 'हाजी अली दरगाह'.. और इस बारे में बात करने वाला कोई नहीं है?

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वीडियो में दिखा समुद्र में एक छोटा टापू
इसके बाद पांच साल बाद अपने पुराने 'लाव रे ते वीडियो' (उस वीडियो को चलाएं) के साथ लौटते हुए राज ठाकरे ने एक वीडियो चलाने का आदेश दिया था, जिसे एक ड्रोन से शूट किया गया था, जिसमें माहिम समुद्र में एक छोटा टापू जैसा दिख रहा था। इसमें कुछ हरे और सफेद झंडे थे, जो एक खंभे पर फहरा रहे थे। कुछ पुरुषों और महिलाएं एक अज्ञात व्यक्ति की अस्थायी कब्र पर प्रार्थना कर रहे थे। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में पूछा, ''यह दरगाह किसकी है? किसी मछली की है?''