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Hindi News पंजाब जेल से रिहाई के बाद दिवंगत मूसेवाला के घर पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू, साथ दिखा वाहनों का काफिला

जेल से रिहाई के बाद दिवंगत मूसेवाला के घर पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू, साथ दिखा वाहनों का काफिला

वर्ष 1988 के ‘रोडरेज’ मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा एक साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद सिद्धू ने पटियाला की एक अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया था।

navjot singh sidhu- India TV Hindi Image Source : PTI नवजोत सिंह सिद्धू

चंडीगढ़: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार को दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता से मिलने के लिए पंजाब के मानसा जिले में स्थित उनके आवास पर गए। पंजाब के पटियाला स्थित अपने आवास से रवाना होने के बाद कांग्रेस नेता सिद्धू अपराह्न करीब सवा दो बजे मानसा स्थित मूसेवाला के गांव पहुंचे। उनके साथ पार्टी के कुछ नेता भी थे। क्रिकेट खिलाड़ी से राजनेता बने सिद्धू 1988 के एक ‘रोडरेज’ मामले में करीब 10 महीने की सजा काटने के बाद शनिवार को पटियाला केंद्रीय कारागार से बाहर आए थे।

पिछले साल की गई थी मूसेवाला की हत्या
बता दें कि शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल 29 मई को मानसा में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। वह सिद्धू मूसेवाला के तौर पर लोकप्रिय थे। मूसेवाला दिसंबर 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे, जब सिद्धू पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख थे। मूसेवाला ने 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर मानसा सीट से लड़ा था, लेकिन हार गए थे। मूसेवाला के माता-पिता अपने बेटे के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। वे पिछले महीने पंजाब विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर भी बैठे थे।

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'पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रची जा रही'
वर्ष 1988 के ‘रोडरेज’ मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा एक साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला की एक अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया था। जेल से बाहर आने के बाद सिद्धू ने भाजपा नीत केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि देश को लोकतंत्र जंजीरों में जकड़ा हुआ है और संस्थाएं गुलाम हो गई हैं। उन्होंने यह भी दावा किया था कि पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रची जा रही है।