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Hindi News राजस्थान टिकट ना मिलने से नाराज आनंदी राम खटीक ने थामा आरएलपी का दामन, कांग्रेस को झटका

टिकट ना मिलने से नाराज आनंदी राम खटीक ने थामा आरएलपी का दामन, कांग्रेस को झटका

चित्तौड़गढ़ की कपासन सीट पर कांग्रेस के लिए मुश्किलें इस बार भी बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, कांग्रेस पार्टी से टिकट ना मिलने से नाराज कांग्रेस नेता आनंदी राम खटीक ने आरएलपी का दामन थाम लिया है। उन्होंने आरएलपी से नामांकन करने की घोषणा भी कर दी है।

आनंदी राम खटीक ने ग्रहण की आरएलपी की सदस्यता।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आनंदी राम खटीक ने ग्रहण की आरएलपी की सदस्यता।

चित्तौड़गढ़ : जिले की कपासन सीट पर अब विधानसभा चुनाव का मामला रोचक हो गया है। कांग्रेस से टिकट मांग रहे आनंदी राम खटीक को टिकट नहीं मिला तो उनके कार्यकर्ताओं ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया। वहीं विरोध प्रदर्शन के बाद भी जब बात नहीं बनी तो आनंद राम खटीक ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल से मुलाकात की। बेनीवाल से मुलाकात के बाद उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ज्वाइन कर ली। इसके बाद आनंदी राम खटीक ने कपासन पहुंचकर अपने समर्थकों से मुलाकात की। कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद आनंदीराम ने सोशल मीडिया पर 6 तारीख को नामांकन दाखिल करने की घोषणा भी कर दी है। 

दो बार जीत चुकी बीजेपी

यहां बता दें कि कपासन विधानसभा सीट पर भाजपा पिछले दो बार से चुनाव जीत रही है। भाजपा ने इस बार में अर्जुन लाल जीनगर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने शंकर लाल बेरवा को प्रत्याशी घोषित किया है। बताया जाता है कि आनंदी राम खटीक सचिन पायलट के कारी भी रहे हैं, लेकिन इस बार टिकट की दावेदारी करने के बाद जब उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो उन्होंने आरएलपी का दामन थाम लिया। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी आनंदी राम को भाजपा प्रत्याशी अर्जुन लाल जीनगर ने 7000 से अधिक मतों से पराजित किया था। तभी से क्षेत्र में लगातार सक्रियता रखते हुए आनंदी राम इस बार फिर पुरजोर तरीके से नामांकन दाखिल कर रहे हैं।

कांग्रेस के लिए मुसीबत

वहीं आनंद राम खटीक के आरएलपी से चुनाव लड़ने की संभावना का सीधा नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ेगा। पिछले चुनाव में आनंदी राम की हार का प्रमुख कारण आरएलपी के प्रत्याशी शांतिलाल धोबी का चुनाव लड़ना रहा। वहीं इस बार आनंदी राम खटीक खुद आरएलपी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसे में सीधे तौर पर जाट मतदाता आरएलपी से जुड़ते हैं, जिनकी संख्या लगभग 20 से 22 हजार तक है। ऐसी स्थिति में यह मत जो कांग्रेस के हैं वो आरएलपी को मिलेंगे और इसका फायदा सीधे-सीधे भाजपा को मिलेगा। आनंदी राम खटीक ने बताया है कि 6 तारीख को रैली के रूप में नामांकन दाखिल करते हुए चुनाव लड़ा जाएगा।

(चित्तौड़गढ़ से सुभाष चंद्र की रिपोर्ट)

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