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Hindi News राजस्थान BJP में बगावत तेज! वसुंधरा के सबसे करीबी राजपाल शेखावत का टिकट कटा, पूर्व मंत्री बोले- शॉक्ड हूं

BJP में बगावत तेज! वसुंधरा के सबसे करीबी राजपाल शेखावत का टिकट कटा, पूर्व मंत्री बोले- शॉक्ड हूं

बीजेपी की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे समर्थित प्रत्याशियों के नाम गायब हैं। झोटवाड़ा से वसुंधरा के करीबी राजपाल सिंह शेखावत के स्थान पर पार्टी ने कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनाव मैदान में उतारा है।

vasundhara raje rajpal singh shekhawat - India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO वसुंधरा राजे और राजपाल सिंह शेखावत

राजस्थान चुनाव के लिए जारी की गई बीजेपी की पहली लिस्ट में कई दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए गए हैं। इसके बाद से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सबसे करीबी राजपाल सिंह शेखावत बगावत की राह पर आ चुके हैं। टिकट नहीं मिलने पर सोमवार को देर रात उन्होंने वसुंधरा राजे से मुलाकात की और आज अपने समर्थकों के साथ मीटिंग की। झोटवाड़ा से टिकट नहीं मिलने से राजपाल शेखावत बेहद नाराज हैं। उन्होंने कहा कि पहली लिस्ट में अपना नाम ना देखकर वो खुद शॉक्ड हो गए हैं।

'राज्यवर्धन गो बैक' के लगे नारे
झोटवाड़ा से शेखावत के स्थान पर पार्टी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण से लोकसभा सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनाव मैदान में उतारा है। टिकट कटने से नाराज राजपाल देर रात तक वसुंधरा राजे के सिविल लाइंस स्थित बंगले पर जमे रहे। इस दौरान उनके समर्थक 'राज्यवर्धन गो बैक' के नारे लगाते रहे। राजपाल शेखावत के समर्थकों ने कहा कि वसुंधरा राजे के साथ होने की वजह से ये नौबत आई है। जो पैराशूट प्रत्याशी उतारा गया है उसका विरोध करेंगे और बगावत करेंगे। उन्होंने कहा, ''हम राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को कतई स्वीकार नहीं करेंगे। मीटिंग के बाद फैसला लिया जा सकता है कि निर्दलीय लड़ेंगे या फिर विरोध करेंगे।''

जयपुर के वैशाली नगर के एक मैरिज गार्डन में बड़ी संख्या में राजपाल शेखावत के कार्यकर्ता पहुंचे थे जिनके साथ उन्होंने बैठक की। शेखावत ने बगावत के लिए अलग से मीटिंग बुलाई थी।

वसुंधरा राजे के समर्थकों के टिकट काटे
बता दें कि बीजेपी की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे समर्थित प्रत्याशियों के नाम गायब हैं। राजपाल सिंह शेखावत और नरपत सिंह राजवी राजे के नजदीकी नेताओं में माने जाते रहे हैं। इन दोनों का नाम पहली लिस्ट में नहीं है। इसके अलावा खुद वसुंधरा राजे का नाम भी पहली लिस्ट में नहीं आया है ऐसे में राजनीतिक गलियारों में ये चर्चाएं हैं कि क्या बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व राजे को बाहर का रास्ता दिखाने में जुटा है।

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