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Hindi News खेल क्रिकेट सहवाग से मांफी मांगने वाले श्रीलंकाई क्रिकेटर सूरज रणदीव अब ऑस्ट्रेलिया में चला रहे हैं बस, जानें क्यों ?

सहवाग से मांफी मांगने वाले श्रीलंकाई क्रिकेटर सूरज रणदीव अब ऑस्ट्रेलिया में चला रहे हैं बस, जानें क्यों ?

एक समय श्रीलंका के लिए टॉप लेवल का क्रिकेट खेलने वाले रणदीव की इस हालात को देखकर उनसे जुड़ी कई सारी बाते अब निकल सामने आ रही है, जिसमें दांबुला वनडे भी शामिल है।

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16 अगस्त 2010 को भारत-श्रीलंका के बीच दांबुला में एक वनडे मैच खेला जा रहा था। सीरीज का यह तीसरा मुकाबला था और श्रीलंका के कप्तान तिलकरत्ने दिलशान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था लेकिन यह फैसला मेजबान टीम पर ही भारी पड़ा।

श्रीलंकाई टीम भारत के सामने सिर्फ 170 रन बनाकर ढेर हो गई। लक्ष्य बड़ा नहीं था लेकिन भारत के तीन विकेट इतने जल्दी गिर गए कि एक समय लगा श्रीलंका ने मैच में वापसी कर लिया है। हालांकि इसके बाद ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपना खूंटा गाड़ लिया और श्रीलंकाई गेंदबाजों की खबर लेने शुरू कर दी।

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श्रीलंका ने मैच में पांच गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था जिसमें सूरज रणदीव नाम का भी एक स्पिनर टीम में शामिल था जो इन दिनों खूब चर्चा में हैं। दरअसल उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कहा जा रहा है कि रणदीव ऑस्ट्रेलिया में अपने जीवन-यापन के लिए बस ड्राइवर बन गए हैं।

एक समय श्रीलंका के लिए टॉप लेवल का क्रिकेट खेलने वाले रणदीव की इस हालात को देखकर उनसे जुड़ी कई सारी बाते अब निकलकर सामने आ रही है, जिसमें दांबुला वनडे भी शामिल है।

रणदीव की वजह से पूरा नहीं हुआ था सहवाग का शतक

श्रीलंका के खिलाफ दांबुला वनडे मैच में भारत को मैच जीतने के लिए रन की जरुरत थी। वहीं सहवाग को अपना  शतक भी पूरा करना था लेकिन रणदीव ने जान बूझकर उनके शतक को नहीं होने दिया। 

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दरअसल 34.3वें ओवर में सहवाग 99 रन के स्कोर पर थे और रणदीप गेंदबाजी एंड पर। सहवाग ने अगली गेंद पर आगे निकलर छक्का जड़ते हुए भारत को जीत दिला दी लेकिन वह शतक से चूक गए। रणदीप की यह गेंद नो बॉल थी और यह जान बूझ कर डाला गया था। ऐसे में भारत को जीत के लिए जरूरी रन तो मिल गया लेकिन सहवाग के खाते में कुछ नहीं जुड़ा।

बाद में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने रणदीव पर कार्रवाई करते हुए उनपर एक मैच का बैन लगाया और कप्तान दिलशान के मैच फीस में कटौती की थी क्योंकि उनके कहने पर ही रणदीव ने नो बॉल डाली थी। सहवाग ने भी सोशल मीडिया पर इस घटना को याद कर एक वीडियो शेयर किया था।

साल 2011 विश्व कप में थे श्रीलंकाई टीम का हिस्सा

रणदीव श्रीलंका के लिए 12 टेस्ट और 31 वनडे मैचों में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने 43 विकेट और वनडे में 36 विकेट लिए हैं। इसके अलावा वे 2011 विश्व कप के उप विजेता रही श्रीलंकाई टीम के सदस्य भी रह चुके हैं।

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इस बड़े स्तर पर खेलने वाले रणदीव का करियर अचानक इस तरह से ढल गया कि वह अब एक नेट बॉलर बनने के लिए मजबूर हो चुके हैं। जानकर हैरानी होगी कि रणदीव भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलियाई टीम के नेट बॉलर थे।

वहीं 2010 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रणदीव ऑस्ट्रेलिया में बस ड्राइविंग के अलावा एक लोकल क्लब के लिए क्रिकेट खेलते हैं।

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