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Hindi News उत्तर प्रदेश 'मां अगले हफ्ते घर आ रहा हूं...', राजौरी में शहीद हुए आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता ने कहा था; घर पर हो रही थी सेहरा सजाने की तैयारी

'मां अगले हफ्ते घर आ रहा हूं...', राजौरी में शहीद हुए आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता ने कहा था; घर पर हो रही थी सेहरा सजाने की तैयारी

दिवाली पर कैप्टन शुभम गुप्ता की अपने छोटे भाई ऋषभ, मां और पिता से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। परिवार वाले उनके घर आने का इंतजार कर रहे थे। इधर पिता बसंत गुप्ता शुभम की शादी की तैयारियों में लगे थे।

अपने परिवार के साथ...- India TV Hindi Image Source : INDIA TV अपने परिवार के साथ शुभम गुप्ता (फाइल फोटो)

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में आगरा के सपूत कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हुए हैं। उनके शहीद होने की खबर बुधवार शाम 7 बजे परिवार को मिली। खबर सुनते ही परिवार शोक में डूब गया। शुभम से दिवाली पर परिवार के लोगों ने वीडियो कॉल पर बात की थी। तब उन्‍होंने अगले सप्ताह आने की बात कही थी। अभी 6 माह पहले शुभम आगरा आए थे। परिवार के साथ आगरा में शुभम ने अपना 26 वां जन्मदिन मनाया था।

ताजनगरी में शोक की लहर

ताजनगरी में फेस 1 प्रतीक एन्क्लेव के रहने वाले बसंत गुप्ता डीजीसी क्राइम के शासकीय अधिवक्ता है। उनके बेटे शुभम गुप्ता 9 पैरा स्पेशल फोर्स में कैप्टन थे। शुभम का चयन वर्ष 2015 में हुआ था। हाईस्कूल की परीक्षा पास के करने के बाद से शुभम सेना में जाने की तैयारियों में जुट गए थे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि बुधवार की शाम करीब 4 बजे उन्हें फोन आया कि राजौरी मुठभेड़ में शुभम घायल हो गए हैं। इसकी सूचना पाते ही शुभम के भाई ऋषभ गाड़ी लेकर जम्मू के लिए निकल गए थे। रास्ते में शुभम के शहीद होने की सूचना मिल गई। पिता बसंत गुप्ता शुभम की शादी की तैयारियां कर रहे थे।

Image Source : india tvशहीद कैप्टन के पिता बसंत गुप्ता

इस कठिन घड़ी में बसंत गुप्ता से मिलने और उन्हें सांत्वना देने के लिए रात से ही सैकड़ो लोगों का उनके घर पर आवागमन जारी है। सांसद, विधायक, नेताओं से लेकर आम जन तक शहीद शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं।

शादी की तैयारियों में लगा था परिवार

शासकीय अधिवक्ता बसंत गुप्ता अपने होनहार बेटे के कंधों पर सेना की वर्दी देखकर बेहद खुश रहते थे। बेटा सेना में कैप्टन था इससे बसंत गुप्ता का सीना गर्व से चौड़ा रहता था। दिवाली पर शुभम की अपने छोटे भाई ऋषभ, मां और पिता से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। शुभम ने अगले सप्ताह आने की बात कही थी। घर वाले शुभम का इंतजार कर रहे थे। इधर पिता बसंत गुप्ता शुभम की शादी की तैयारियों में लगे थे। शुभम के आने पर उसकी सगाई का कार्यक्रम होना था, लेकिन शुभम तो नहीं आया खबर आई उसके बलिदान की।

सेना के 2 अधिकारी और दो जवान शहीद

बता दें कि राजौरी में बुधवार को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए थे.शहीद जवानों में आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल हैं। राजौरी में सेना को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग हुई जिसमें आतंकियों से मुकाबला करते हुए कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हो गए।  

(रिपोर्ट- अंकुर कुमड़िया)

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