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Hindi News वायरल न्‍यूज Viral: पृथ्वी के करीब आ रहा है एफिल टॉवर जितना बड़ा एस्टेरॉयड God of Chaos! इसकी हर हरकत पर नासा की नजर

Viral: पृथ्वी के करीब आ रहा है एफिल टॉवर जितना बड़ा एस्टेरॉयड God of Chaos! इसकी हर हरकत पर नासा की नजर

नासा के वैज्ञानिक भी इस एस्टेरॉयड को लेकर तैयारियां कर रहे हैं। अगर ये पृथ्वी से टकराया तो बड़े नुकसान की आशंका है लेकिन नासा को ऐसा नहीं लगता कि ये धरती से टकराएगा। 

asteroid- India TV Hindi Image Source : GOOGLE asteroid
नासा के वैज्ञानिक इन दिनों एस्टेरॉयड Asteroid God of Chaos को लेकर काफी सतर्क बताए जा रहे हैं। खबर है कि एस्टेरॉयड God of Chaos पृथ्वी के नजदीक आ रहा है। जहां से एस्टेरॉयड God of Chaos गुजर रहा है, वहीं नजदीक में नासा के सेटेलाइट्स भी हैं। बताया जा रहा है कि नासा इस एस्टेरायड को लेकर काफी सतर्क है और इसके हर मूव पर नजर  रख रही है।
 
आपको बता दें कि एस्टेरॉयड God of Chaos का आकार 340 मीटर है, यानी लगभग एफिल टॉवर के जितना। इसका  वैज्ञानिक नाम  99942 Apophis है और God of Chaos इसका निकनेम है। God of Chaos इजिप्टियन सभ्यता से लिया गया नाम है।
 
यह खबर तब viral हुई जब SpaceX के फाउंडर और Tesla के CEO एलन मस्क ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस विषय पर एक पोस्ट लिखा। एलन ने अपने पोस्ट में दुनिया को इस एस्टेरॉयड से चेताते हुए लिखा था कि इस एस्टेरॉयड के आगे पृथ्वी के पास बचने का कोई उपाय नहीं है।
 
 
एलन ने इस संभावित टकराव को लेकर नासा की तैयारियों पर बात करते हुए चिंता जाहिर की थी। इसी के बाद से अन्तरराष्ट्रीय मीडिया में एस्टेरॉयड God of Chaos को लेकर लगातार खबरें आ रही है। 
 
नासा का कहना है कि एस्टेरॉयड God of Chaos करीब दस साल बाद धरती के करीब से होकर गुजरेगा। हालांकि यह धरती से काफी दूर होगा और धरती से छूकर गुजरने की इसकी महज 2.7 फीसदी संभावना है। लेकिन फिर भी, किसी कारणवश अगर ये धरती से टकराया तो धरती पर करीब एक मील चौड़ा और 550 मीटर गहरा गड्ढा छोड़ देगा।
 
हालांकि नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि दस सालों के बाद जब ये धरती से करीब होकर गुजरेगा तब तक मौसम और अंतरिक्ष में हो रहे बदलावों के चलते ये काफी दूर से गुजरेगा। इस बात की संभावना कम ही है कि वो धरती से टकराए। 
 
पर अगर ये टकराया तो धरती पर इसका प्रभाव 880 मिलियन टन टीएनटी के जितना होने की संभावना बताई जा रही है। इसे इस तरह आंकिए कि इसका प्रभाव जापान के हिरोशिमा क्षेत्र पर गिराए गए परमाणु बम से 65,000 गुना शक्तिशाली होगा। अगर ऐसा होता है तो धरती को बहुत नुकसान होगा लेकिन नासा सतर्कता के साथ इस विषय पर काम कर रहा है। 
 
केलिफोर्निया में नासा सेंटर पर काम कर रही नासा की रडार साइंटिस्ट मारियाना ब्रोजोविक ने कहा कि 2019 में जब एस्टेरॉयड धरती के करीब से गुजरेगा तो विज्ञान के कई अनछुए पहलुओं को समझने का मौका नासा के वैज्ञानिकों को मिलेगा। मारियाना ने कहा कि यह डरने की बजाय उत्साहित होने का विषय है। हालांकि एलन मस्क के ट्विटर अकाउंट ने अन्तरराष्ट्रीय जगत में इस एस्टेरॉयड को लेकर एक अनजाना भय जरूर बढ़ा दिया है लेकिन नासा को उम्मीद है कि ये डरने का नहीं विज्ञान को समझने का मौका देगा।