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Hindi News पश्चिम बंगाल ED के सामने पेश हुए अभिषेक बनर्जी, बोले- मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं, जांच एजेंसी बुलाएगी तो फिर आऊंगा

ED के सामने पेश हुए अभिषेक बनर्जी, बोले- मेरे पास छिपाने को कुछ नहीं, जांच एजेंसी बुलाएगी तो फिर आऊंगा

अभिषेक बनर्जी ने ED लगभग 6 हजार पन्नों का जवाब और उसके द्वारा मांगे गये सभी दस्तावेज सौंपे हैं। उन्होंने कहा कि वह राज्य में स्कूल रोजगार घोटाले की जांच में केंद्रीय एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं।

abhishek banerjee- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO अभिषेक बनर्जी से आज कोलकाता में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ED के ऑफिस में पूछताछ हुई।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय से बाहर आने के बाद गुरुवार को कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और वह राज्य में स्कूल रोजगार घोटाले की जांच में केंद्रीय एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं। अभिषेक बनर्जी बंगाल में कथित स्कूल रोजगार घोटाले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 10 मिनट पर कोलकाता में ईडी कार्यालय पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी दोपहर के ठीक बाद केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय से बाहर आये।

6000 हजार पन्नों में ED को सौंपा जवाब 

टीएमसी सांसद ने कहा कि उन्होंने एजेंसी को लगभग छह हजार पन्नों का जवाब और उसके द्वारा मांगे गये सभी दस्तावेज सौंपे हैं। ED ऑफिस से बाहर निकलने के बाद TMC सांसद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने हमेशा जांच में सहयोग किया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। अगर मुझे दोबारा समन भेजा गया तो मैं ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हूं। मैंने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना विस्तृत जवाब सौंप दिया है।’’

Image Source : ptiअभिषेक बनर्जी

पिछली बार 9 घंटे तक हुई थी पूछताछ

बता दें कि जांच एजेंसी ने अभिषेक बनर्जी को बुधवार (8 नवंबर) को समन भेजा था। इससे पहले ED ने 3 अक्टूबर को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, उस दिन अभिषेक बनर्जी ED के सामने पेश नहीं हुए थे। वे दिल्ली में 2-3 अक्टूबर को TMC के विरोध प्रदर्शन में चले गए थे। शिक्षक भर्ती घोटाले में ED ने अभिषेक बनर्जी से 13 सितंबर को लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की थी। तब TMC सांसद ने आरोप लगाया था कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल अलायंस (I.N.D.I.A.) की बैठक में जाने से रोकने के लिए उन्हें 13 सितंबर को जान-बूझकर कर बुलाया गया। इसी दिन दिल्ली में I.N.D.I.A अलायंस के कोऑर्डिनेशन/स्ट्रैटजी कमेटी की पहली बैठक थी।

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