नई दिल्ली। देश में पहली बार बजट प्रथा में बदलाव देखने को मिला है। बजट का नाम बदलकर बही खाता रख दिया गया है। सबसे दिलचस्प बात अबकी बार बजट किसी बैग में नहीं बल्कि लाल रंग के कपड़े में दिखा।
लाल रंग के कपड़े में बजट दस्तावेज को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि पश्चिमी सभ्यती की सोच को दरकिनार करते हुए मोदी सरकार ने बजट को बहीखाता नया नाम दिया है और लाल रंग के कपड़े से निकालकर सदन में पेश किया जाएगा।
भारतीय परंपरा में लाल रंग का विशेष महत्व होता है। आज शुक्रवार धन की देवी मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है और कहा जाता है कि मां लक्ष्मी को लाल रंग बहुत पसंद होता है। साथ ही आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद भी गुलाबी रंग की साड़ी में दिखीं।
आपको बता दें कि ब्रिटिश सरकार ने बजट को लेकर 2010 में ही ब्रीफकेस परंपरा को बदल दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि संविधान में 'बजट' शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया गया है, इसे वार्षिक वित्तीय विवरण कहा गया है।
आप भी देखिए कैसे बदलती गई रुपए की कहानी। शायद ही आपको पता हो भारतीय मुद्रा की पहले इस्तेमाल की जाने वाली इकाइयों के बार में।