नई दिल्ली: आईडीबीआई बैंक ने शनिवार को कहा कि उसने अपने नामित एक्सचेंज एनएसई के पास वसूली व्यय कोष (आरईएफ) में 25 लाख रुपए जमा किए हैं। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ऋण प्रतिभूतियों को सूचीबद्ध कर रही सभी कंपनियों को आरईएफ बनाने को कहा है, ताकि जारीकर्ता की ओर से चूक करने की स्थिति में डिबेंचर न्यासी कदम उठा सकें।
आईडीबीआई बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘‘आईडीबीआई बैंक ने अपने निर्धारित स्टॉक एक्सचेंज ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई)’ के पास आरईएफ में 25 लाख रुपये नकद जमा किये हैं।’’ आईडीबीआई के ऊपर 20 मार्च, 2021 तक निजी रूप से रखी गई ऋण प्रतिभूतियों या बांड का 14,695.60 करोड़ रुपये बकाया है। आईडीबीआई बैंक ने इन बांडों को 22 अलग-अलग किस्तों में जारी किया है। एसबीआईकैप ट्रस्टी कंपनी और एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेज इन बांड के दो डिबेंचर न्यासी हैं।
आईडीबीआई बैंक ने फर्जी नौकरी की पेशकश को लेकर लोगों को आगाह किया
नयी दिल्ली: आईडीबीआई बैंक ने शुक्रवार को अपने नाम पर फर्जी नौकरी की पेशकश को लेकर लोगों को आगाह किया। बैंक ने साफ तौर पर कहा कि उसने नियुक्ति या लोगों से पैसा लेने को लेकर किसी भी एजेंसी की सेवा नहीं ली है। बैंक ने ट्वीट किया कि उसे यह जानकारी मिली है कि धोखाधड़ी से जुड़े लोग/नियुक्ति करने वाली एजेंसियां आईडीबीआई बैंक के नाम पर फजी नियुक्ति पत्र जारी कर नौकरी की पेशकश कर रही हैं। इन पत्रों में बैंक का नाम, लोगो और पते का उपयोग किया जा रहा है।
एलआईसी के नियंत्रण वाले बैंक ने कहा कि उसने अपनी तरफ से नियुक्ति या प्रशिक्षण आदि के लिये कोई भी राशि/कमीशन/ शुल्क लेने के लिये किसी भी एजेंसी या व्यक्ति की सेवा नहीं ली है। आईडीबीआई बैंक ने कहा कि अत: लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे धोखाधड़ी करने वाले लोगों/ एजेंसियों से सावधान रहे। बैंक के अनुसार नियुक्ति की अधिसूचना हमेशा उसकी वेबसाइट.डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.आईडीबीआईबैंक.इन (www.idbibank.in) पर दी जाती है।