नई दिल्ली। जेट एयरवेज के ऋणदाताओं ने हिस्सेदारी की बिक्री के लिए बोली प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरी होने की उम्मीद जताई है। नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन द्वारा अपनी सेवाओं को निलंबित करने के बाद कर्ज देने वालों ने ये आशा प्रकट की है। बाजार खुलने से पहले गुरुवार तड़के ऋणदाताओं ने यह घोषणा की।
बयान में कहा गया कि काफी विचार-विमर्श के बाद ऋणदाताओं ने तय किया कि जेट एयरवेज के अस्तित्व को बचाने का सबसे अच्छा तरीका संभावित निवेशकों से पक्की बोलियां प्राप्त करना है, जिन्होंने ईओआई (रुचि पत्र) जमा कराया है और जिन्हें 16 अप्रैल को बोली दस्तावेज जारी किए थे।
भारतीय स्टेट बैंक (सीबीआई) के नेतृत्व में 26 ऋणदाताओं के एक कंसोर्टियम ने संभावित निवेशकों से बोलियां मंगाई हैं। बैंकों के समूह द्वारा 400 करोड़ रुपए की त्वरित ऋण सहायता उपलब्ध कराने से इनकार किए जाने के बाद एयरलाइन ने अपना परिचालन अस्थाई रूप से बंद करने की घोषणा की थी।
सरकार ने कहा मौजूदा नियामकीय ढांचे के दायरे में समाधान प्रक्रिया का करेंगे समर्थन
जेट एयरवेज का परिचालन स्थगित होने के कुछ घंटे बाद ही सरकार ने कहा कि वह एयरलाइन की समाधान प्रक्रिया का मौजूदा नियामकीय ढांचे के दायरे में समर्थन करेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और दूसरे नियामक सावधानीपूर्वक स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। नियामक देख रहे हैं कि यात्रियों को उनका रिफंड, निरस्तीकरण और वैकल्पिक बुकिंग संबंधी सभी काम पूरी सख्ती के साथ मौजूदा नियमों के अनुरूप हों।
लोहानी ने जेट एयरवेज की बंदी को बताया भारतीय उड्डयन क्षेत्र के लिए झटका
एयर इंडिया प्रमुख अश्वनी लोहानी ने जेट एयरवेज के अस्थाई तौर पर बंद होने को भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए झटका बताया। उन्होंने कहा कि हवाई उड़ान व्यवसाय में लगे पक्षों के लिए यह दुखद दिन है।
एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि देश में विमानन क्षेत्र में लगे सभी के लिए यह दुखद दिन है। यह इस लिहाज से दुखद है कि एक बेहतर एयरलाइन को कारोबार बंद करना पड़ रहा है।
देश में एयर इंडिया, जेट एयरवेज और विस्तार केवल तीन ही पूर्ण सेवा विमानन कंपनी की श्रेणी में आती हैं। लोहानी ने कहा कि जेट एयरवेज के मुद्दे का निदान आसान नहीं है लेकिन फिर भी इसका निदाना ढूंढा जाना चाहिए। लोहानी दूसरी बार सरकारी क्षेत्र की एयर इंडिया के शीर्ष पद पर नियुक्त किए गए हैं।