Highlights
- रूस से 'सर्वाधिक तरजीह वाले देश' (एमएफएन) का दर्जा वापस ले सकते हैं अमेरिका और यूरोपीय संघ
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस संबंध में जल्द ही घोषणा करने की संभावना है
- एमएफएन का दर्जा वापस लेने के लिए हर देश को अपनी राष्ट्रीय प्रक्रियाओं का पालन करना होगा
वाशिंगटन। यूक्रेन पर रूस के हमले से नाराज चल रहे अमेरिका और यूरोपीय संघ के अलावा जी-7 समूह भी रूस से 'सर्वाधिक तरजीह वाले देश' (एमएफएन) का दर्जा वापस ले सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस संबंध में जल्द ही घोषणा करने की संभावना है। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने नाम ने छापने की शर्त पर यह जानकारी दी।
सूत्र ने कहा कि रूस से एमएफएन का दर्जा वापस लेने के लिए हर देश को अपनी राष्ट्रीय प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। सर्वाधिक तरजीह वाले देश का दर्जा वापस लेने से अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस से किये जाने वाले आयात पर भारी शुल्क लगा सकेंगे। इस निर्णय से अमेरिका और सहयोगी देश रूस की अर्थव्यवस्था को अलग-थलग करना चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से यह निर्णय सरकार पर राजनीतिक दबाव के मद्देनजर लिया जा सकता है, जिसमें वह रूस से 'स्थायी सामान्य व्यापार संबंध' का दर्जा वापस लेने की मांग कर रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने भी पिछले सप्ताह रूस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अमेरिका और अन्य सहयोगी देशों पर दबाव डाला था।