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विदेशी निवेशकों ने 2 दिन में स्टॉक मार्केट से 20,480 करोड़ निकाले, जानें इसके मायने और क्या होगा बाजार पर असर

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि विदेशी निवेशकों का सबसे बड़ा निवेश बैंकिंग स्टॉक्स में है। इसलिए अगर वो बिकवाली करते हैं तो बैंकिंग काउंटर में तेज गिरावट देखने को मिल सकती है। इसलिए छोटे निवेशक बैंकिंग स्टॉक्स में संभलकर निवेश करें। अगर संभव हो तो अभी इस काउंटर से दूरी बनाकर ही रहें।

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published : Jan 19, 2024 15:22 IST, Updated : Jan 19, 2024 15:22 IST
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Photo:FILE शेयर बाजार

विदेशी निवेशक (FPI) एक बार फिर भारतीय बाजार में बड़ी बिकवाली कर रहे हैं। इस बात का प्रमाण इसी से मिलता है कि पिछले दो दिन में ही एफपीआई ने भारतीय बाजार में 20,480 करोड़ रुपये के स्टॉक बेच दिए हैं। इससे बाजार में बड़ी गिरावट भी आई है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि चूंकि एफआईआई का सबसे बड़ा हिस्सा बैंकों में है, इसलिए वे बैंकों, मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक में बिकवाली कर रहे हैं। इसका असर एचडीएफसी बैंक सहित तमाम बैंकिंग स्टॉक्स पर दिखाई दे रहा है। अगर यह बिकवाली नहीं थमी तो बैंकिंग स्टॉक्स में आगे भी गिरावट देखने को मिल सकती है। 

बैंकिंग स्टॉक्स में संभलकर करें निवेश 

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि विदेशी निवेशकों का सबसे बड़ा निवेश बैंकिंग स्टॉक्स में है। इसलिए अगर वो बिकवाली करते हैं तो बैंकिंग काउंटर में तेज गिरावट देखने को मिल सकती है। इसलिए छोटे निवेशक बैंकिंग स्टॉक्स में संभलकर निवेश करें। अगर संभव हो तो अभी इस काउंटर से दूरी बनाकर ही रहें। 

बिकवाली हमेशा खरीदारी का अवसर 

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि विदेशी निवेशकों द्वारा बिकवाली करने से खुदरा निवेशकों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। शेयर बाजार में एक अहम ट्रेंड है एफआईआई और डीआईआई के बीच रस्साकशी का फिर से शुरू होना। पिछले दो दिन में एफपीआई ने बड़े पैमाने पर 20,480 करोड़ रुपए की इक्विटी बेची है। यह आंशिक रूप से अमेरिका में बांड यील्ड के बढ़ने के चलते है। अमेरिका में 10 साल का बांड यील्ड बढ़कर 4.16 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा,  चूंकि एफआईआई एयूएम का सबसे बड़ा हिस्सा बैंकों में है, इसलिए वे बैंकों, मुख्य रूप से एचडीएफसी बैंक में बिकवाली कर रहे हैं। हाल के वर्षों में एफआईआई और डीआईआई के बीच रस्साकशी में डीआईआई ने हमेशा जीत हासिल की भले ही एफआईआई की बिक्री से अल्पकालिक नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा, बाहरी कारकों के कारण एफआईआई की बिकवाली हमेशा खरीदारी का अवसर रही है।

मिड और स्मॉल कैप सेगमेंट अभी भी मजबूत

अत्यधिक वैल्यूएशन के बावजूद मिड और स्मॉल कैप सेगमेंट मजबूत हैं। लगातार खरीदारी हो रही है और एफआईआई की ओर से बिकवाली का कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस विसंगति को समय आने पर ठीक कर लिया जाएगा। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 498.63 अंक ऊपर 71,685.49 अंक पर है। सेंसेक्स ने अपनी कुछ बढ़त गंवा दी है। भारती एयरटेल 3 फीसदी, एक्सिस बैंक 2 फीसदी ऊपर है।

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