ज़ेप्टो का आईपीओ सफल होता है, तो यह ज़ोमाटो और स्विग्गी जैसे अपने कॉम्पिटीटर के साथ जुड़ जाएगा, जो पहले ही शेयर बाजार में लिस्ट हो चुके हैं। ज़ेप्टो की स्थापना स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ड्रॉपआउट्स आदित्य पालिचा और काईवल्य वोहरा ने की थी।
ओरिएंट सीमेंट के शेयरों में जोरदार तेजी दिखी। अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड (एसीएल) के बोर्ड ने सोमवार को ACC और ओरिएंट सीमेंट के विलय (अमलगमेशन) की योजना को मंजूरी दी।
आज के शुरुआती कारोबार में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स लगभग फ्लैट ट्रेड कर रहे हैं। सेक्टोरल प्रदर्शन की बात करें तो आईटी इंडेक्स 1% गिरा है।
सोमवार, 22 दिसंबर से शुरू हो रहे नए सप्ताह में बाजार सिर्फ 4 दिन ही कारोबार करेंगे। घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को क्रिसमस के मौके पर बंद रहेंगे।
नए नियमों के तहत शेयर ब्रोकर से जुड़े सभी प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए नियमों को 11 अध्यायों में बांटा गया है।
आज एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 167.20 अंकों (0.64 प्रतिशत) के नुकसान के साथ 25,860.10 अंकों पर बंद हुआ।
कारोबार के पहले 30 मिनट के भीतर ही 5 करोड़ से अधिक शेयरों का लेन-देन हुआ। इस दौरान ट्रेडिंग वैल्यू लगभग ₹950 करोड़ रही। कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर ₹86,000 करोड़ से अधिक हो गया है।
एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, जियो फाइनेंशियल, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक्नोलॉजीज में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मंदी की नजर आ रही है।
आज एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स 19.65 अंकों (0.08 प्रतिशत) के नुकसान के साथ 26,027.30 अंकों पर बंद हुआ।
ग्लोबल संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार में आज गिरावट जारी है। शुरुआती दौर में निफ्टी पर ट्रेंट, डॉ. रेड्डीज़ लैब्स, NTPC, ONGC, मैक्स हेल्थकेयर टॉप लूजर के तौर पर उभरे।
कोविड-19 के कारण मार्च 2020 में आए भारी बाजार संकट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने अभूतपूर्व वापसी की। इस अवधि में संपत्ति सृजन की सालाना वृद्धि दर 38% रही, जो सेंसेक्स की 21% CAGR से कहीं अधिक है।
विदेशी फंडों की लगातार निकासी और रुपये में तेज गिरावट ने निवेशकों के भरोसे पर भारी दबाव डाला है।
अमेरिकी फेड की ब्याज दर में कटौती से वैश्विक जोखिम उठाने की क्षमता में सुधार हुआ है। इससे तरलता के प्रति आशावाद बढ़ा है, जो घरेलू बाजार को सहारा दे रहा है। हालांकि रुपये आज नए रिकॉर्ड लेवल पर लुढ़क गया है।
शुरुआती सत्र में सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। वहीं, बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.5% की गिरावट के साथ नीचे फिसल गए हैं।
आज की इस भारी गिरावट के पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं, जिनमें भारतीय मुद्रा रुपये में भारी गिरावट, फेडरल रिजर्व के फैसलों का इंतजार और विदेशी निवेशकों की बिकवाली प्रमुख हैं।
शुरुआती कारोबार में आईटी सेक्टर को छोड़कर, बाकी सभी प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में ट्रेड कर रहे हैं। सबसे ज्यादा गिरावट रियल्टी इंडेक्स में दिख रहा है।
एनएसई ने स्पष्ट किया है कि प्री-ओपन सेशन में रखे गए हर ऑर्डर को मार्जिन वैलिडेशन से गुज़रना होगा। अपर्याप्त मार्जिन होने पर ऑर्डर तुरंत रिजेक्ट कर दिया जाएगा।
इस हफ्ते बाजार 12 दिसंबर को आने वाले भारत के सीपीआई के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे।
सेंसेक्स में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बजाज फिनसर्व, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस और HCL टेक शीर्ष गेनर्स रहे। सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी पीएसयू बैंक 1.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे आगे रहा।
2008 में स्थापित यह कंपनी स्विस लग्जरी घड़ियों के वितरण, मार्केटिंग, रिटेलिंग और आफ्टर-सेल्स सर्विसिंग के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है। इसके साथ ही कंपनी भारत में घड़ी सर्विसिंग से जुड़े टूल्स और उपकरणों का भी आधिकारिक वितरण करती है।
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