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Hindi News हेल्थ स्वामी रामदेव से जानिए बिना दवाइयों के शरीर को कैसे रखें फिट, कभी नहीं होगी कैल्शियम-मिनरल्स और आयरन की कमी

स्वामी रामदेव से जानिए बिना दवाइयों के शरीर को कैसे रखें फिट, कभी नहीं होगी कैल्शियम-मिनरल्स और आयरन की कमी

सर्दियों में लोग स्वाद को ज्यादा तवज्जो देते हैं। कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स के लिए दवाइयां खा रहे हैं। नतीजा, यंग एज में ही बीमारियों की एंट्री होने लगी है।

deficiency diseases - India TV Hindi Image Source : INDIA TV स्वामी रामदेव से जानिए शरीर को स्वस्थ रखने का फॉर्मूला 

आपका जीवन और आपकी पर्सनैलिटी इस पर निर्भर करती है कि आप खाते क्या हैं? कुछ लोग न्यूट्रिशन से ज्यादा स्वाद को तवज्जो देते हैं। आज कल तला-भुना मसालेदार खाना, जंक फूड मॉर्डन लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। लोग हर चीज इंस्टेंट चाहते हैं। इंस्टेंट के चक्कर में लोग स्वाद भूल गए हैं। न्यूट्रिशन भूल गए हैं। यही वजह है कि ये इंस्टेंट फूड लोगों को बीमारियां दे रहा है। लोग हेल्दी होने के नाम पर कार्बोहाइड्रेट और फैट ले रहे हैं, लेकिन लोग ये भूल गए हैं कि इसी वजह से दिनोंदिन वजन बढ़ता जा रहा है। हड्डियों का मजबूत होना बहुत बड़ी बात है, लेकिन अगर आप इस तरह की डाइट लेंगे तो आपकी हड्डियां कमजोर होना बहुत आम बात हो जाएगी। लोग एक-दो बीमारी नहीं, बल्कि अब बीमारियों की पूरी लिस्ट लेकर चलते हैं। 

सर्दियों में वैसे भी लोग स्वाद को ज्यादा तवज्जो देते हैं। इसकी वजह से लोग नेचर से दूर होते जा रहे हैं। कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स के लिए दवाईयां खा रहे हैं। नतीजा, यंग एज में ही बीमारियों की एंट्री होने लगी है। सांस लेने की क्षमता घटने लगी है। ज्यादा दिन तक डेफिशियेंसी की वजह से तमाम तरह के रोग होने लगे हैं। जैसे एनिमिया, मेमोरी लॉस और दिल की बीमारी के मरीज अब युवा उम्र में ही मिलने लगे हैं। शरीर में मिनरल्स की कमी ना हो। बॉडी के कमजोर हिस्सों को ताकत मिलती रहे। इसके लिए जरूरी है कि रोजाना योग किया जाए। साथ ही क्या खाएं, जिससे नैचुरल न्यूट्रिशन मिलता रहे, ये स्वामी रामदेव ने बताया है। 

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शरीर में डेफिशियेंसी:

  1. विटामिन B-12
  2. प्रोटीन
  3. विटामिन-D
  4. आयरन 
  5. जिंक
  6. पोटैशियम  
  7. मैगनिशियम
  8. कैल्शियम
  9. विटामिन-A
  10. मिनरल्स 

डेफिशियेंसी से बीमारी:

  • सांस की समस्या
  • एनीमिया
  • ऑस्टियो पोरोसिस
  • कैंसर
  • कमजोरी
  • मेमोरी लॉस
  • हार्ट डिजीज

हेल्दी बॉडी के लिए योगाभ्यास:

  1. ताड़ासन
  2. तिर्यक ताड़ासन
  3. कटि चक्रासन
  4. तिर्यक भुजंगासन
  5. मंडूकासन
  6. योग मुद्रासन
  7. वक्रासन
  8. गोमुखासन
  9. पवनमुक्तासन
  10. उत्तानपादासन
  11. नौकासन
  12. कंधरासन
  13. सूर्य नमस्कार
  14. कटि चक्रासन

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तिर्यक ताड़ासन के फायदे:

  • रीढ़ से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं। 
  • कमर की चर्बी पूरी तरह से खत्म हो जाती है। 
  • कद बढ़ाने में मदद मिलती है। 
  • वजन घटाने में भी मदद मिलती है। 

मंडूकासन के फायदे: 

  • डाइजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट में कारगर।
  • फैटी लिवर की समस्या दूर करता है। 
  • गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है। 
  • लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है। 
  • पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है। 
  • डायबिटीज को रोकने में सहायक है। 

योग मुद्रासन के फायदे:

  • याद करने की क्षमता बढ़ती है। 
  • दिमाग तेज होता है। 
  • छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं।
  • पेट से जुड़े रोगों से मुक्ति मिलती है।
  • पेट की चर्बी खत्म होती है। 
  • मोटापा कम करने में मददगार है।
  • रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
  • पाचन तंत्र बेहतर होता है। 

वक्रासन के फायदे:

  • कमर दर्द में आराम देता है। 
  • कैंसर की रोकथाम में बेहद कारगर है।
  • पेट की कई समस्याओं से राहत मिलती है।
  • कब्ज रोकने का रामबाण इलाज है।
  • पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
  • डायबिटीज रोकने में सहायक है।
  • पाचन क्रिया ठीक रहती है।
  • लिवर पर पड़ने वाले दबाव में फायदेमंद है। 

गोमुखासन के फायदे: 

  • ब्रेन से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं। 
  • पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
  • रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
  • शरीर को लचकदार बनाता है। 
  • थकान, तनाव और चिंता दूर होती है। 
  • लिवर और किडनी की समस्या में लाभकारी है। 
  • फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
  • लिवर के लिए फायदेमंद है। 
  • दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है। 

पवनमुक्तासन के फायदे:

  • कमर के दर्द में आराम देता है। 
  • ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है।
  • किडनी को स्वस्थ रखता है। 
  • ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है। 
  • पेट की चर्बी को दूर करता है।
  • मोटापा कम करने में मददगार है।
  • अस्थमा और साइनस में लाभकारी है।
  • रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।

उत्तानपादासन के फायदे:

  • कमर दर्द में आराम देता है। 
  • पेट से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं।
  • कब्ज को दूर करता है। 
  • एसिडिटी ठीक होती है। 
  • डायबिटीज कंट्रोल होती है। 
  • ये आसन तनाव कम करने में मददगार है।
  • वजन कम करने में मददगार है।

सेतुबंधासन के फायदे:

  • कमर दर्द में आराम देता है। 
  • रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है। 
  • थाइरॉइड में भी फायदा पहुंचाता है।
  • दिल के रोगियों में फायदेमंद है।
  • नींद न आने की बीमारी दूर होती है।
  • साइनस और अस्थमा के मरीजों को लाभ मिलता है।
  • पैरों को स्वस्थ और मजबूत बनाता है।

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भुजंगासन के फायदे:

  • रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। 
  • दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
  • आसन से लंग्स मजबूत होते हैं।
  • शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
  • मोटापा कम करने में मदद करता है।
  • फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।   

सूक्ष्म व्यायाम के फायदे:

  • शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है। 
  • ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है। 

हेल्दी बॉडी के लिए प्राणायाम:

  1. भस्त्रिका
  2. कपालभाति
  3. अनुलोम विलोम
  4. भ्रामरी

अनुलोम विलोम के फायदे:

  • नर्व मजबूत, शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार। 
  • शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। 
  • ब्रेन को हल्दी रखने में मददगार है। 
  • डिप्रेशन से बचाता है। 
  • आंखों के लिए फायदेमंद है। 
  • सांस लेना आसान हो जाता है। 

आयुर्वेदिक औषधि: 

  • दूधी घास, संजीवनी घास का रस पेट के लिए रामबाण है। 
  • आंवला और एलोवेरा का जूस पीना फायदेमंद है। 
  • सौंफ, जीरा, धनिया, मेथी अजवाइन से कमी पूरी। 
  • त्रिफला से कई डेफिशियेंसी खत्म होती है। 

डेफिशियेंसी से बचें:

  • खाना ज्यादा ना खाएं और ना ही कम। 
  • काने के एक घंटे बाद पानी पिएं।
  • सुबह में दही और दोपहर में छाछ पिएं।
  • रात में खाने के 1 घंटे बाद ही दूध पिएं। 
  • मौसमी फलों का सेवन रोजाना करें। 
  • शरीर के लिए शहद नेचुरल औषधि है। 
  • आंवला, एलोवेरा, व्हीटग्रास का रस पिएं। 
  • खाना चबा-चबा कर खाएं। 
  • दूध के साथ नमकीन चीजें ना खाएं।
  • रात में दही और छाछ बिल्कुल ना लें। 
  • पहले सलाद और फल फिर भोजन करें। 
  • हरी चीजों का सेवन बिना पकाएं करें। 
  • आंवला का ताजा रस निकालकर पिएं। 
  • खाने में नियमित अंकुरित अनाज लें। 
  • सनायपत्ती कभी न खाएं, आंत डैमेज करती है। 
  • सनायपत्ती से कोलाइटिस की बीमारी होती है। 

 पाचन के घरेलू उपाय:

  • गुलकंद को शहद में कूटकर खाएं। 
  • मिश्री में कुटा हुआ गुलकंद ना खाएं।
  • एलोवेरी की बर्फी और खीर फायदेमंद है। 
  • पाचन के लिए लौकी का जूस रोजाना पिएं। 
  • कब्ज में गोधन अर्क बेहद लाभकारी है। 

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