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Hindi News हेल्थ फेफड़ों को स्वस्थ रखने में कारगर हैं ये योगासन, कोरोना सहित ये बीमारियां रहेंगी कोसों दूर

फेफड़ों को स्वस्थ रखने में कारगर हैं ये योगासन, कोरोना सहित ये बीमारियां रहेंगी कोसों दूर

फेफड़ों में इंफेक्शन होने से आप टीबी, अस्थमा , ब्रोन्काइटिस, निमोनिया सीओपीडी, सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी कई खतरनाक बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

फेफड़े हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है।  खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग और प्रदूषण के कारण हमारे फेफड़े अनहेल्दी होते जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में जितने कैंसर के मरीज है उसमें से 25 प्रतिशत लंग्स कैंसर के हैं। फेफड़ों के इंफेक्शन के कारण हर साल 12 लाख लोगों की मौत हो जाती हैं।  

फेफड़ों में इंफेक्शन होने से आप  टीबी, अस्थमा, ब्रोन्काइटिस, निमोनिया सीओपीडी, सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी कई खतरनाक बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

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वहीं दूसरी ओर भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहे हैं। यह एक रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी बीमारी है। जिसके कारण आपको अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। इसके लिए आप योग का सहारा  ले सकते हैं। जिन्हें आप घर पर रहकर आसानी से कर सकते हैं। 

स्वामी रामदेव के अनुसार हमारा फेफड़ों मधुमक्खी के छिद्रों की तरह बना होता है। जिसमें 7 करोड़ छिद्र होते हैं लेकिन जब हम सांस लेते हैं तो केवल 2 करोड़ छिद्रों में ही पहुंच पाती हैं। ऐसे में योगासन और प्राणायाम काफी कारगर साबित हो सकते हैं। रोजाना इन्हें करके आप पूरे 7 करोड़ छिद्रों में ऑक्सीजन पहुंचा सकते हैं। जानिए फेफड़ों को मजबूत करने के लिए कौन-कौन से प्राणायाम और योगासन है कारगर। 

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फेफड़ों को मजबूत करने के लिए करें ये प्राणायाम

भस्त्रिका
स्वामी रामदेव के अनुसार भस्त्रिका को 2 तरह से किया जा सकता है। पहले में आप तेजी से सांस लेकर करें। वहीं दूसरे में आराम से सांस लेते हुए करें। जिसमें 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। इस प्राणायाम को 5-10 मिनट करें। 

भस्त्रिका करने से आपके फेफड़े मजबूत होंगे। इसके साथ ही आपका ऑक्सीजन लेवल भी अच्छा होगा। इसके साथ-साथ  आप हाइपरटेंशन, अस्थमा, हार्ट संबंधी बीमारी, टीवी, ट्यूमर, बीपी,  लिवर सिरोसिस, साइनस, किसी भी तरह की एनर्जी  के छुटकारा पा सकते हैं। 

कपालभाति

कपालभाति शरीर में ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे प्राणायाम  माना जाता है। इसे रोजाना करके आप फेफड़ों को भी मजबूत कर सकते हैं। इसे भी दो तरह से किया जा सकता है। इसके साथ-साथ कपालभाति वजन कम करने, हार्ट ब्लाकेज की समस्या, टीबी, अस्थमा, ब्रान्काइटिस, निमोनिया जैसी बीमारियों कोसों दूर रहेगा। 

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उद्गीथ
इस प्राणायाम को करने के लिए पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं और शांत मन से 'ऊं' के उच्चारण करते हैं। इस आसन को करने से पित्त रोग, धातु रोग, उच्च रक्तताप जैसे रोगो से निजात मिलता है। इसके साथ ही आपके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है।

अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम को करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। इसके साथ ही त्वचा संबंधी, दमकती त्वचा, डायबिटीज, ब्रेन संबंधी हर समस्या, तनाव, दिमाग को शांत रखें, ब्लड सर्कुलेशन ठीक रखने के साथ पाचन तंत्र को फिट रखने में मदद करता है।

फेफड़े मजबूत करने के लिए योगासन

मंडूकासन

  • फेफड़ों को रखें मजबूत
  • कैंसर को दूर भगाएं
  • पेट और हद्य में भी लाभकारी
  • पाचन तंत्र को रखें सही
  • लिवर, किडनी को रखें स्वस्थ 
  • वजन घटाने में करें मदद

त्रिकोणासन

  •  इस आसन को करने से रिस्पेटरी सिस्टम के साथ फेफड़े भी मजबूत रहते हैं। 
  • इस आसन को करने से गर्दन, पीठ, कमर मजबूत होती है। 
  • शरीर का संतुलन ठीक रहता है।
  • पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है। 
  • एसिडिटी से छुटकारा मिलेगा।
  • चर्बी दूर करने में मददगार।

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नौकासन

  • फेफड़ों को करे मजबूत
  • स्पाइन की मसल्स को स्ट्रेच करता है और स्पाइन की नसों को मजबूती देता है।
  • पीठ को भी मजबूती देता है।
  • पूरे शरीर के एलाइनमेंट को सुधारता है।

भुजंगासन

  • किडनी और लिवर को रखें हेल्दी
  • फेफड़ों और हार्ट की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद मिलती है
  • शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
  • रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
  • मेटाबॉलिज्म सुधरता है 

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