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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र Bada Mangal 2019: देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है पहला बड़ा मंगल, बजरंगबली के जयकारे से गूंजे मंदिर

Bada Mangal 2019: देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है पहला बड़ा मंगल, बजरंगबली के जयकारे से गूंजे मंदिर

Bada Mangal 2019: लखनऊ के हनुमान मंदिरों में आज भक्तों की भारी भीड़ जुटी है।

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लखनऊ: आज जेठ मास का इस साल का पहला बड़ा मंगल है। यह त्यौहार मुख्य रूप से लखनऊ में मनाया जाता है। लखनऊ में जगह-जगह भंडारे लगे हुए हैं और बजरंग बली के जयकारे लग रहे हैं। बड़े मंगल की तैयारियां एक महीने से चल रही थी। अलीगंज के हनुमान मंदिर में करीब 500 किलो फूलों से बजरंग बली का ऋ्ंगार किया गया। वहीं अमीनाबाद में हनुमान जी को 21 किलो बेसन के लड्डू का भोग लगाया गया। रात 10 बजे सुंदरकांड का आयोजन होगा।

अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर, मेडिकल कॉलेज चौराहा के छांछी कुआं हनुमान मंदिर, हजरतगंज के हनुमान मंदिर,  चारबाग के त्रिलोचन हनुमान मन्दिर, रकाबगंज चौराहा में मौजूद हनुमान मन्दिर, इंदिरानगर के हनुमान मंदिर, पक्कापुल स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर, कुर्सी रोड व बीरबल साहनी मार्ग के पंचमुखी हनुमान मंदिर, और दुबग्गा के बरदानी हनुमान मंदिर में भी हनुमान भक्तों की भारी भीड़ जुटी है।

कब मनाया जाता है बड़ा मंगल?

ज्येष्ठ का महीना 19 मई से 17 जून तक चलेगा। इस दौरान चार मंगल पड़ेंगे ये चारों ही बड़े मंगल के नाम से जाने जाते हैं। आज 21 मई को पहला बड़ा मंगल है। 28 मई को दूसरा बड़ा मंगल पड़ेगा, तीसरा बड़ा मंगल 4 जून को और चौथा बड़ा मंगल 11 जून को पड़ेगा।

भगवान हनुमान शिव जी के 11वें अवतार हैं, कहा जाता है कि हनुमान आज भी कलयुग में शरीर के साथ धरती पर विचरण करते हैं। बड़े मंगल पर हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से सुख-संपदा मिलती है।

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लखनऊ में ही क्यों मनाया जाता है बड़ा मंगल?

यूपी की राजधानी लखनऊ में विशेष तौर पर बड़ा मंगल मनाया जाता है। इसकी मान्यता ये है कि लखनऊ के नवाब सआदत अली खान ने बीमार होने पर हनुमान जी से मन्नत मांगी थी, जिसे पूरी होने के बाद उन्होंने अलीगंज में हनुमान मंदिर बनवाया। उस मंदिर के ऊपर आज भी चांद का निशान बना हुआ है।

इसे लेकर एक अन्य मान्यता भी है। इसके अनुसार एक जाटमल व्यापारी ने हनुमान जी से मान्यता मानी थी कि अगर उसका इत्र और केसर बाजार में पूरा बिक गया तो वो हनुमान जी का भव्य मंदिर बनवाएंगे। नवाब वाजिद अली शाह ने कैसरबाग बसाने के लिए जाटमल से सारा इत्र और केसर खरीद लिया। जाटमल की मन्नत पूरी हुई और उसने कहे अनुसार हनुमान जी का मंदिर बनावाया। तब से हर ज्येष्ठ के मंगल को लखनऊ में बड़ा मंगल मनाया जाता है।

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