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Hindi News राजस्थान पंचतत्व में विलीन हुए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, हत्यारों की सूचना देने पर मिलेगा 5-5 लाख रुपये का इनाम

पंचतत्व में विलीन हुए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, हत्यारों की सूचना देने पर मिलेगा 5-5 लाख रुपये का इनाम

कड़ी सुरक्षा के बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव हनुमानगढ़ में किया गया। इससे पहले हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

karni sena supporters- India TV Hindi Image Source : PTI करणी सेना के समर्थक

जयपुर: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का की हत्या मामले में दोनों आरोपी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। इस वारदात को गैंगस्टर रोहित गोदारा से जुड़े हमलावरों ने अंजाम दिया। शूटरों की पहचान रोहित सिंह राठौड़ और नितिन फौजी के रूप में हुई है। रोहित नागौर के मकराना का रहने वाला है, वहीं नितिन हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है। फिलहाल दोनों फरार हैं। राजस्थान पुलिस ने इन दोनों आरोपियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

आस-पास के जिलों में तलाशी

जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपी अपनी-अपनी पहचान छुपाते हुए फरार चल रहे हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए आस-पास के जिलों और राज्यों में सम्भावित स्थानों पर तलाश की, लेकिन फरार अभियुक्तों का अभी तक कोई पता नहीं चला है। पुलिस का कहना है कि जो कोई भी इन दोनों अभियुक्तों के बारे में सही सूचना देगा, उसे प्रत्येक के लिए नगद 5 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। DGP उमेश मिश्रा के निर्देश पर हत्याकांड के आरोपियों पर इनाम घोषित किया गया है।

पंचतत्व में विलीन हुए सुखदेव सिंह

वहीं, कड़ी सुरक्षा के बीच सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव हनुमानगढ़ में किया गया। इससे पहले हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके जयपुर स्थित घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद गोगामेड़ी का शव परिजनों को सौंप दिया गया था। परिवार और समाज के लोग पार्थिव शरीर को राजपूत सभा भवन ले गए थे, जहां बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद यहां से श्रद्धांजलि मार्च निकला और जगह-जगह हजारों की संख्या में लोगों ने पुष्प वर्षा की। यात्रा भवानी निकेतन, चौमूं, रींगस, सीकर, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, चूरू, तारानगर, साहवा, भादरा होते हुए उनके निवास स्थान गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) पहुंची, जहां अंतिम संस्कार किया गया।

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