Friday, March 29, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. FHRAI का निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए ब्याज राहत योजना फिर लाने का आग्रह

FHRAI का निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए ब्याज राहत योजना फिर लाने का आग्रह

होटल एवं रेस्तरां उद्योग के एक निकाय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए चक्रवृद्धि तथा साधारण ब्याज के अंतर के बराबर अनुग्रह राशि भुगतान से जुड़ी योजना को छह महीने के लिए फिर लाने का आग्रह किया है।

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: July 31, 2021 20:46 IST
FHRAI का निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए ब्याज राहत योजना फिर लाने का आग्रह- India TV Paisa
Photo:PTI

FHRAI का निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए ब्याज राहत योजना फिर लाने का आग्रह

मुंबई: होटल एवं रेस्तरां उद्योग के एक निकाय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आतिथ्य क्षेत्र के लिए चक्रवृद्धि तथा साधारण ब्याज के अंतर के बराबर अनुग्रह राशि भुगतान से जुड़ी योजना को छह महीने के लिए फिर लाने का आग्रह किया है। फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशंस ऑफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से आतिथ्य क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ और उसे राहत की जरूरत है। एफएचआरएआई ने वित्त मंत्री को इस बारे में एक ज्ञापन भी दिया है। 

एफएचआरएआई ने कहा है कि महामारी की दूसरी लहर के बाद से कई स्थानों पर होटल एवं रेस्तरांओं को बाधाओं के बीच परिचालन करना पड़ रहा है। एफएचआरएआई ने कहा कि पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को पहली लहर की तुलना में अधिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में उद्योग की मांग है कि उसे ब्याज के मोर्चे पर महामारी की पहली लहर जैसी ही राहत दी जाए, जिससे वह इस संकट के समय टिका रह सके।

इस योजना की घोषणा पिछले साल अक्टूबर में की गई थी। इसके तहत कुछ ऋण खातों पर कर्ज लेने वालों को एक मार्च से 31 अगस्त, 2020 तक छह महीने के लिए अनुग्रह राशि का भुगतान किया गया था। एचएफआरएआई ने कहा कि वित्तीय नुकसान की वजह से 20 से 30 प्रतिशत होटल एवं रेस्तरां बंद हो चुके हैं। वहीं 20 प्रतिशत से ज्यादा होटल एवं रेस्तरां ऐसे हैं जो पिछले साल मार्च में पहले लॉकडाउन के बाद से खुले ही नहीं हैं।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement