नई दिल्ली। अल्फाबेट इंक की इकाई गूगल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.73 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के लिए 33,737 करोड़ रुपये का पूरा भुगतान कर दिया है। अरबपति मुकेश अंबानी की इस कंपनी में फेसबुक जैसे वैश्विक निवेशकों की लिस्ट में अब गूगल भी शामिल हो गई है। इस भुगतान के साथ यूएस टेक कंपनी गूगल द्वारा किसी भारतीय कंपनी में यह अबतक का सबसे बड़ा निवेश भी है।
जियो प्लेटफॉर्म ने 13 वित्तीय और रणनीति निवेशकों को 11 हफ्ते में अपनी 33 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 1.52 लाख करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। इससे आरआईएल को अपने तय समय से पहले पूरे कर्ज को चुकाने में मदद मिली है। आरआईएल ने मार्च, 2021 तक कर्ज मुक्त कंपनी बनने का लक्ष्य तय किया था और कंपनी अपने इस लक्ष्य से पहले ही पूरी तरह से कर्ज मुक्त कंपनी बन गई है।
आरआईएल ने शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि सभी कानूनी मंजूरियां प्राप्त होने के बाद आरआईएल की सब्सिडियरी जियो प्लेटफॉर्म ने गूगल इंटरनेशनल एलएलसी से 33,737 करोड़ रुपये की राशि हासिल कर ली है। जियो प्लेटफॉर्म ने गूगल इंटरनेशनल एलएलसी को इक्विटी शेयर आवंटित कर दिए हैं, जिससे जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड के 7.73 प्रतिशत इक्विटी शेयर गूगल इंटरनेशनल एलएलसी को प्राप्त हो गए हैं।
गूगल और जियो प्लेटफॉर्म दोनों एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर के लिए ऑप्टीमाइजेान के साथ एक एंट्री-लेवल अफोर्डेबल स्मार्टफोन को विकसित करने के लिए भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। जियो प्लेटफॉर्म के पास भारत की सबसे ई और सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी जियो का स्वामित्व है। इसके भारत में 40 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं।