भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025–26 की दूसरी तिमाही में 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का बड़ा माइलस्टोन पार कर लिया है।
ग्राहक इस सुविधा के माध्यम से प्रतिदिन 1,50,000 रुपये तक निवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार रिडीम किया जा सकता है।
निवेशकों को लंबे समय से रिलायंस जियो के आईपीओ का इंतजार है। इस कंपनी से हर सेगमेंट के निवेशकों को अच्छी कमाई होने की उम्मीद है। कंपनी अब सेबी के पास आगे की प्रक्रिया के लिए अपने डॉक्यूमेंट आगे बढ़ाएगी।
जियोब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट को पांच म्यूचुअल फंड योजनाएं शुरू करने के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है।
जियो के लॉन्च होने से पहले भारत में मोबाइल इंटरनेट काफी महंगा था और आबादी का एक बड़ा हिस्सा इससे दूर था।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक ने इस इकाई में 82.5 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश किया है।
अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतकों के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियों का समायोजित सकल राजस्व (AGR) सालाना आधार पर 14.89 प्रतिशत बढ़कर 77,934 करोड़ रुपये हो गया।
जियो फाइनेंशियल सर्विस ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 24 प्रतिशत की बंपर तेजी के साथ 518 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 418 करोड़ रुपये था।
JFL ग्राहकों को तेजी से फाइनेंसिंग विकल्प उपलब्ध करा रहा है, जिसमें होम लोन, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी, कॉरपोरेट फाइनेंसिंग शामिल हैं।
नोकिया के अध्यक्ष और सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने कहा कि कंपनी के पास आरएएन, कोर, फिक्स्ड ब्रॉडबैंड, आईपी और ऑप्टिकल ट्रांसपोर्ट सहित कई डोमेन में विश्वसनीय प्रौद्योगिकी नेतृत्व है।
जियोहॉटस्टार के सीईओ (डिजिटल) किरण मणि ने कहा, ''जियोहॉटस्टार का मूल एक प्रभावी दृष्टिकोण है जो बेहतरीन मनोरंजन को सभी भारतीयों के लिए वास्तव में सुलभ बनाएगा। अनंत संभावनाओं का हमारा वादा ये सुनिश्चित करता है कि मनोरंजन अब एक विशेषाधिकार नहीं बल्कि सभी के लिए एक साझा अनुभव है।''
नोमुरा ने कहा कि निकट अवधि में तीन चीजों के जरिये रिलायंस आगे बढ़ेगी। इसमें मार्च, 2025 में शुरू होने वाला नया ऊर्जा कारोबार, जियो के लिए शुल्क वृद्धि और जियो का ही संभावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) और उसकी सूचीबद्धता शामिल हैं।
जियो ने कहा, ‘‘नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगा। विदेशी कंपनियों ने पहले आओ, पहले पाओ पर आधारित आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) प्राथमिकता लिस्ट को बाधित किया है और अपने खुद के समूह की योजना बनाई है।’’
मुकेश अंबानी ने साल 2019 में कहा था कि रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल अगले 5 साल में शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए कदम बढ़ाएंगे। हालांकि, उसके बाद मुकेश अंबानी की तरफ से दोनों कंपनियों के आईपीओ लॉन्च को लेकर ऑफिशियली कोई अपडेट नहीं आया है।
जानकारी के अनुसार, जर्मन कंपनी एलियांज, बजाज फिनसर्व लिमिटेड के साथ अपने दो मौजूदा ज्वाइंट वेंचर से बाहर निकलने पर विचार कर रहा है, जो दो दशकों से अधिक समय तक चली साझेदारी का अंत होगा।
नतीजों के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लि.के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी अंबानी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि एक बार फिर रिलायंस ने दिखाया है कि हमारा विस्तृत कारोबार हमारी ताकत है। हमारे डिजिटल कारोबार और तेल खोज और उत्पादन व्यवसाय ने मजबूत वृद्धि दर्ज की है।’’
जियो फाइनेंस ऐप में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की एक बड़ी रेंज जोड़ी गई है। इसमें म्यूचुअल फंड पर लोन, होम लोन (बैलेंस ट्रांसफर सहित), प्रॉपर्टी पर लोन शामिल हैं।
स्पेक्ट्रम मूल्य और आवंटन पद्धति पर होने वाला फैसला पूरे भारत में इलॉन मस्क के स्वामित्व वाली स्टारलिंक, भारती ग्रुप-समर्थित वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियों से सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज के रास्ते खोलेगा।
मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलांयस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की आज 47वीं वार्षिक आम बैठक शुरू हो चुकी है। देश के सबसे धनी व्यक्ति और कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कंपनी के 35 लाख से ज्यादा शेयरहोल्डरों को संबोधित कर रहे हैं।
भारती एयरटेल का एजीआर 12.12 प्रतिशत बढ़कर 80.52 हजार करोड़ रुपये हो गया है। वोडाफोन आइडिया (वीआई) का एजीआर 29,605 करोड़ रुपये रहा।
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