कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या लगभग 49 करोड़ पहुंच गई है, जिसमें 13 करोड़ 5जी उपयोगकर्ता शामिल हैं। इसके साथ अगर चीन को छोड़ दें तो जियो 5जी सेवाओं के मामले में सबसे बड़ी कंपनी बन गयी है।
एमटीएनएल दिल्ली और मुंबई में दूरसंचार सेवाएं देती है, जबकि बीएसएनएल दिल्ली और मुंबई को छोड़कर पूरे भारत में परिचालन करती है।
Reliance jio ipo launch date : जेफरीज के अनुसार, ताजा टैरिफ हाइक और 5जी मोनेटाइजेशन के बाद जियो की वैल्यूएशन करीब 11.11 लाख करोड़ रुपये है। जियो का आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है। इस आधार पर कंपनी अधिकतम रेडियो तरंगों के लिए बोली लगा सकती है।
Satellite internet in India : भारत के सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस मार्केट में अगले पांच वर्षों में सालाना 36% की ग्रोथ होने की उम्मीद है और साल 2030 तक यह 1.9 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।
जियो ने भारत के डिजिटल परिदृश्य में क्रांति ला दी और दुनिया में सबसे किफायती मोबाइल डेटा टैरिफ के साथ अभूतपूर्व पैमाने पर डिजिटल समावेशन को आगे बढ़ाया।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मूंदड़ा ने कहा, ‘‘हमने लगातार 11 तिमाहियों में प्रति उपभोक्ता औसत आय और 4जी ग्राहकों में वृद्धि दर्ज की है।
स्पेक्ट्रम 20 साल के लिए आवंटित किया जाएगा और सफल बोलीदाताओं को 20 समान वार्षिक किस्तों में भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी।
विदेशी निवेशकों की ओर से भारतीय बाजार में लगातार निवेश किया जा रहा है। हालांकि, उनके निवेश के ट्रेंड में बड़ा बदलाव भी आया है। वह कई सेक्टर में पैसा लगा रहे हैं। वहीं, कुछ से पैसा निकाल भी रहे हैं।
Jio Financial के शेयर में दमदार तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। पिछले एक महीने में शेयर 36 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न निवेशकों को दिया है।
Mukesh Ambani की कंपनी जियो फाइनेंसियल सर्विसेज के मुनाफे में गिरावट हुई है। कंपनी का मुनाफा पिछली तिमाही की अपेक्षा आधा हो गया है।
JIO Financial को AMFI की ओर से लार्जकैप में शामिल किया गया है। आज शेयर करीब 3 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ है।
जियो की कॉम्पिटीटर भारती एयरटेल की बात करें तो कंपनी के ग्राहकों की संख्या में 3.52 लाख का इजाफा दर्ज किया गया है। वीआईएल धन जुटाने की समस्या और ग्राहकों की लगातार घटती संख्या से परेशान है।
रिलायंस जियो को जल्द ही IN-SPACe से सैटेलाइट-आधारित गीगाबिट फाइबर सेवाओं के लिए लैंडिंग राइट्स और मार्केट एक्सेस की मंजूरी मिल सकती है। जियो प्लेटफॉर्म्स और लक्ज़मबर्ग बेस्ड सैटेलाइट्स कंपनी SES ने जॉइंट वेंचर का गठन किया था, ताकि सैटेलाइट के माध्यम से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान की जा सके।
कंपनी ने कहा कि कोई भी वाहन पहाड़ी स्थान पर नहीं जा सकता है। वहां कोई खंभा और बिजली नहीं है और साथ ही कोई फाइबर कनेक्टिविटी भी नहीं है। उसके अनुसार, “इन सभी चुनौतियों पर काबू पा लिया गया है और जरूरी कनेक्टिविटी बहाल कर दी गई है।
Jio Financial Services पहली बार बॉन्ड लाने की योजना पर काम कर रही हैं। कंपनी ने इसके लिए कई बैंकर्स से भी संपर्क किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारा मानना है कि जियो फाइनेंशियल की वैल्यूएशन, बिजनेस के अलावा नई साझेदारियों से अधिक निर्धारित होगी। मूल्यांकन फ्रंट-एंड होगा। मौजूदा बिजनेस मॉडल के आधार पर, डिस्काउंट और बीवी मल्टीपल के साथ काम करना सही नहीं लगता है।
जियो फाइनेंशियल के अलावा रेलटेल और इंडिया पेस्टिसाइड्स सहित नौ कंपनियों के लिए मूल्य दायरे को संशोधित कर 10 प्रतिशत कर दिया गया है।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (जेएफएसएल) 21 अगस्त को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई थी।
जियो फाइनेंशियल का शेयर सुबह 10.15 बजे यह 0.97 परसेंट की तेजी के साथ 218.00 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
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