
Reserve Bank of India governor shaktikanta das
नई दिल्ली। कोरोना संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर कई बड़े ऐलान किए। जानिए आरबीआई गवर्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें
1- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी तरह के टर्म लोन पर मोराटोरियम पीरियड (मोहलत) की अवधि तीन महीनों के लिए और बढ़ा दी है। अब जून से लेकर अगस्त तक पर्सनल लोन, होम लोन, ऑटो लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल आदि पर 3 और महीनों के लिए राहत मिल सकेगी। ग्राहक अब 31 अगस्त तक उठा सकेंगे लोन मोरैटोरियम का लाभ। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि मोरेटोरियम की समय सीमा बढ़ाकर छह महीने कर दी गई है। रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक इस दौरान किस्त न चुकाने पर क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा और कर्ज दाता को डिफॉल्टर नियमों से छूट मिलेगी। इस आधार पर बैंकों ने कर्जदाताओं की EMI आगे के लिए टाल दी।
2- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट 4.4% से घटकर 4% हुआ। रिवर्स रेपो रेट घटकर 3.35% हुआ। कोरोना वायरस के वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है। MPC ने रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया है। रेपो रेट घटाने को लेकर MPC ने पक्ष में 5:1 से मतदान किया।
3- गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोर इंडस्टिरीज के आउटपुट में 6.5% की कमी हुई है और मैन्युफेक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट हुई है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2021 में विकास दर नकारात्मक रहने की संभावना है।
4- मार्च में औद्योगिक उत्पादन में 17% की कमी दर्ज की गई है। आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि भारत में मांग घट रही है, बिजली, पेट्रोलियम उत्पाद की खपत में गिरावट, निजी खपत में गिरावट।
5- आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि कोरोना के संकट के दौरान महंगाई में भी इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि दाल की कीमतें 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंची है, जो चिंता की बात है। शक्तिकांत दास ने कोरोना संकट का ब्योरा देते हुए कहा कि देश के 6 बड़े औद्योगिक राज्यों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
6- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के कारण निजी उपभोग को सबसे ज्यादा झटका लगा, निवेश की मांग रुकी। कोविड-19 के प्रकोप के बीच आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती के कारण सरकार का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
7- आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि बिजली और पेट्रोलियम की मांग में बड़ी कमी देखने को मिली है। मॉनसून के बेहतर रहने की भविष्यवाणी से उत्साहजनक संकेत मिले हैं। भारत को मैन्युफैक्चरिंग एक्सपोर्ट में 30 फीसदी की सबसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है।
8- आरबीआई गवर्नर दास ने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये की राहत सिडबी को दी जाएगी कि वह लोन पर ग्राहकों को राहत दे सके। स्मॉल इंडस्ट्रीज के हित में काम करने वाली संस्था को यह बड़ी मदद दी गई है ताकि वह कर्जधारकों को राहत दे सके।
9- दास ने कहा कि वित्तीय, मौद्रिक और प्रशासनिक एक्शंस से वित्त वर्ष 2021 की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था के सुधार की परिस्थितियां बनेंगी। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि खरीफ की बुवाई में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले महीनों में दालों में महंगाई चिंता की बात रहेगी।
10- आरबीआई गवर्नर ने बताया भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9.2 अरब डॉलर बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 (1 अप्रैल से) में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 9.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी तक (15मई तक) 487 बिलियन डॉलर है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पॉलिसी लेवल पर बैंक जरूरत के अनुसार फैसले लेते रहेगा।