नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी टीसीएस के निवेशकों के लिए कल का दिन अच्छा रहा। कंपनीी ने वित्त वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही (जनवरी से मार्च) के लिए गुरुवार को अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा की है। वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में टीसीएस का शुद्ध लाभ 4.4 प्रतिशत बढ़कर 6,904 करोड़ रुपए रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 6,608 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। तिमाही के दौरान कंपनी का कारोबार 8.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 32,075 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 29,642 करोड़ रुपए रहा था।
पूरे वित्त वर्ष के लिए टीसीएस का शुद्ध लाभ 1.7 प्रतिशत घटकर 25,826 करोड़ रुपए रहा है। वहीं राजस्व प्राप्ति 4.3 प्रतिशत बढ़कर 1.23 लाख करोड़ रुपए रही है। टीसीएस ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने एक पर एक बोनस शेयर जारी करने की सिफारिश की है। इसके अलावा निवेशकों को प्रति शेयर 29 रुपए का अंतिम डिविडेंड देने की भी सिफारिश निदेशक मंडल ने की है। मार्च, 2018 के अंत तक टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 3,94,998 थी। आईटी सेवाओं में कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोड़ने की दर 11 प्रतिशत रही।
टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा कि सभी उद्योग खंडों में डिजिटल की भारी मांग तथा बड़े बदलाव वाले करार हासिल होने की वजह से चौथी तिमाही हाल के वर्षों में हमारी सबसे अच्छी तिमाही रही है। इससे हम नए वित्त वर्ष की शुरुआत विश्वास के साथ कर सकेंगे। इस दौरान कंपनी की आमदनी में डिजिटल आय का योगदान 23.8 प्रतिशत रहा।