Wednesday, December 11, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. भारत कर रहा इलेक्ट्रॉनिक्स पावरहाउस बनने की बड़ी तैयारी, सरकार करेगी ₹44,000 करोड़ का एलोकेशन!

भारत कर रहा इलेक्ट्रॉनिक्स पावरहाउस बनने की बड़ी तैयारी, सरकार करेगी ₹44,000 करोड़ का एलोकेशन!

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर उत्पादों में भारत की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए गठित टास्क फोर्स बड़ी राशि के अलॉटमेंट की सिफारिश कर सकती है।

Edited By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Published : Jul 04, 2024 9:09 IST, Updated : Jul 04, 2024 9:09 IST
भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स आयात बिल को कम करने के लिए अभी से शुरुआत करने की जरूरत है। - India TV Paisa
Photo:PIXABAY भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स आयात बिल को कम करने के लिए अभी से शुरुआत करने की जरूरत है।

भारत आने वाले समय में इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट्स के मामले में खुद को दुनिया का पावरहाउस के तौर पर स्थापित करने की जोरदार तैयारी में है। खबर है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा इलेक्ट्रॉनिक और सेमीकंडक्टर उत्पादों में भारत की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए गठित टास्क फोर्स 2024 से 2030 तक 44,000 करोड़ रुपये के आवंटन की सिफारिश कर सकती है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार अजय के. सूद के नेतृत्व में टास्क फोर्स ने पर्याप्त प्रोत्साहन का प्रस्ताव दिया है।

किसके लिए कितनी रकम की सिफारिश

खबर के मुताबिक, प्रस्ताव में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स (सिस्टम) के लिए 15,000 करोड़ रुपये, सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट्स के लिए 11,000 करोड़ रुपये और स्किल डेवलपमेंट, बुनियादी ढांचे, रसद और टेक्नोलॉजी अधिग्रहण जैसी पहलों के लिए 18,000 करोड़ रुपये की सिफारिश शामिल है। ऐसी चर्चा है कि सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही ये सिफारिशें मोबाइल उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के पैमाने की बराबरी कर सकती हैं। जनवरी में गठित टास्क फोर्स में एचसीएल के संस्थापक और ईपीआईसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय चौधरी और डिक्सन टेक्नोलॉजीज के एमडी सुनील वचानी जैसे उद्योग के प्रमुख व्यक्ति शामिल हैं।

51 प्रतिशत शेयरधारिता भारतीयों के हाथ में

टास्क फोर्स का प्रस्ताव विशेष रूप से भारतीय कंपनियों को लाभ पहुंचाने पर केंद्रित है, जिसमें भारतीय कंपनी को परिभाषित करने के लिए कड़े मानदंड तय किए गए हैं, जिसमें 51 प्रतिशत शेयरधारिता भारतीयों के हाथ में है, जिसका मुख्यालय भारत में है और सभी वैश्विक लाभ और लाभ भारतीय मूल कंपनी को मिलते हैं। टास्क फोर्स पीएलआई योजना को 2030 तक बढ़ाने, अनुसंधान और विकास के लिए कराधान नीतियों को बढ़ाने और सब्सिडी और ब्रांड प्रचार के माध्यम से वैश्विक स्तर पर भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने की भी वकालत करता है।

इतने उत्पादों की पहचान हुई

अजय चौधरी ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स आयात बिल को कम करने के लिए अभी से शुरुआत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स का मकसद भारत में उत्पाद डिजाइन करने वाली ग्लोबल फर्मों के लिए व्यावसायिक संचालन को सरल बनाना है, और घरेलू कंपनियों की सुरक्षा के लिए मानक आवश्यक पेटेंट (एसईपी) का प्रबंधन और लाभ उठाने की रणनीति प्रस्तावित करना है। भारत की आवश्यकताओं के लिए जरूरी 30 आवश्यक इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और 40 प्रकार के चिप्स की पहचान की गई है। रिपोर्ट में 2047 तक इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के 3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ने की संभावना को रेखांकित किया गया है, जिसमें निर्यात का लक्ष्य 1 ट्रिलियन डॉलर है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement