
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस महीने के आखिर में होने वाले राज्य के वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले पिछले कुछ हफ्तों में ब्रिटेन से लेकर जापान तक के देशों के व्यापारिक दिग्गजों के साथ-साथ भारतीय औद्योगिक घरानों से संपर्क कर लगभग 1.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश कमिटमेंट हासिल किया है। मध्यप्रदेश अपने भौगोलिक लाभ, व्यापार-समर्थक नीतियों और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ उठाकर एक इकोनॉमिक इकोसिस्टम डेवलप कर रहा है। यह वैश्विक उद्यमों और दूरदर्शी उद्यमियों को आकर्षित करता है।
ब्रिटेन और जर्मनी से आया निवेश
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पर्याप्त निवेश प्रस्ताव हासिल करने और राज्य में आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कई विदेशी और क्षेत्रीय दौरे किए। पिछले साल उनकी ब्रिटेन और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा के परिणामस्वरूप 78,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और टेक्नोलॉजी जैसे सेक्टर्स को बढ़ावा मिलेगा। उनकी ब्रिटेन यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश को 59,350 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जबकि जर्मनी ने 18,090 करोड़ रुपये का अतिरिक्त योगदान दिया।
इस समिट में जापान होगा प्रमुख भागीदार
यादव ने पिछले महीने जापान की चार दिवसीय यात्रा भी की थी, जिसका उद्देश्य व्यापार संबंधों को मजबूत करना और भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाले आगामी वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) के लिए निवेश आकर्षित करना था। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की और मध्यप्रदेश में निवेश के लिए निमंत्रण दिया। यादव ने कहा, “हम मध्यप्रदेश को बदलने के लिए जापान के आधुनिक विकास मॉडल को अपना रहे हैं। इस यात्रा ने कई क्षेत्रों में औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और स्वरोजगार के लिए दरवाजे खोले हैं।” उन्होंने कहा कि जापान शिखर सम्मेलन में एक प्रमुख भागीदार होगा।
(पीटीआई/भाषा के इनपुट के साथ)