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Maruti Suzuki को पछाड़ Tata Motors बनी देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी, मार्केटकैप 3.14 लाख करोड़ पहुंचा

टाटा मोटर्स ने मार्केटकैप के मामले में मारुति सुजुकी को पीछे छोड़ दिया है। कंपनी का मार्केटकैप 3.15 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।

Abhinav Shalya Edited By: Abhinav Shalya
Updated on: January 30, 2024 20:14 IST
टाटा मोटर्स- India TV Paisa
Photo:FILE टाटा मोटर्स का मार्केटकैप मारुति सुजुकी से ज्यादा हो गया है।

टाटा मोटर्स मंगलवार को बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बन गयी है। अब तक मारुति सुजुकी इंडिया इस मामले में पहले स्थान पर थी। कंपनी के बाजार पूंजीकरण में उसके मूल्यांकन के अलावा डीवीआर (डिफरेंशियल वोटिंग राइट्स) शेयर शामिल हैं। हालांकि,सेल्स के मामले में आज भी मारुति सुजुकी इंडिया देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी है। 

टाटा मोटर्स के शेयर में कारोबार

टाटा मोटर्स का शेयर मंगलवार को बीएसई में 2.19 प्रतिशत चढ़कर 859.25 रुपये पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह 5.40 प्रतिशत उछलकर 886.30 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया था। टाटा मोटर्स लि.- डीवीआर शेयर 1.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 572.65 रुपये पर पहुंच गया। वहीं मारुति का शेयर 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9,957.25 रुपये पर बंद हुआ। 

टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 

टाटा मोटर्स का एमकैप 2,85,515.64 करोड़ रुपये जबकि टाटा मोटर्स लि.-डीवीआर का बाजार पूंजीकरण 29,119.42 करोड़ रुपये रहा। कुल मिलाकर यह 3,14,635.06 करोड़ रुपये रहा। यह मारुति के 3,13,058.50 करोड़ रुपये के मूल्यांकन से 1,576.56 करोड़ रुपये अधिक है।

टाटा मोटर्स का मुनाफा

वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 2,690 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। सितंबर तिमाही के नतीजों की बात करें तो कंपनी को इस दौरान 3,832 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस दौरान कंपनी की आय 1.05 लाख करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी की आय 3.45 लाख करोड़ रही थी।सेंसेक्स और निफ्टी कंपनियों में टाटा मोटर्स सर्वाधिक लाभ में रहने वाली कंपनियों में शामिल रही। डीवीआर (डिफरेंशियल वोटिंग राइट्स) शेयर सामान्य इक्विटी शेयरों की तरह होते हैं लेकिन इसमें मतदान अधिकार और लाभांश अधिकार अलग होता है। कंपनियां जबरिया अधिग्रहण को रोकने, खुदरा निवेशकों को जोड़ने आदि कारणों से डीवीआर जारी करती हैं। 

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