इस साल 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसी के साथ देशभर में त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत के लोग भी त्योहारों के समय जमकर खरीदारी करते हैं। त्योहारों के समय तमाम छोटी-बड़ी कंपनियां और दुकानदार तरह-तरह के ऑफर्स लेकर आते हैं ताकि सभी वर्ग के ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके और उन्हें खरीदारी के लिए प्रेरित कर सकें। लेकिन त्योहारों के दौरान खरीदारी करते समय कई बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, वरना आपकी कुछ गलतियां आपके त्योहार की खुशियों को फीका कर सकती हैं।
साइबर फ्रॉड का खतरा
त्योहारों के समय देश-विदेश की तमाम कंपनियां ग्राहकों के लिए ज़बरदस्त ऑफर लेकर आती हैं, जिनका प्रोमोशन टीवी, अखबार, सोशल मीडिया, ई-मेल, एसएमएस के जरिए किया जाता है। ऐसे में साइबर फ्रॉडस्टर्स भी काफी एक्टिव हो जाते हैं और वे लोगों को एसएमएस और ई-मेल पर फर्जी ऑफर वाले लिंक के जरिए जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं। ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए हमेशा सावधान रहें और किसी भी अनजान नंबर या ई-मेल एड्रेस से आए ऑफर्स वाले लिंक पर क्लिक न करें।
कीमतों को क्रॉस चेक जरूर करें
त्योहारों के दौरान लोग शॉपिंग को लेकर काफी एक्साइटेड रहते हैं। ये एक्साइटमेंट इतनी ज्यादा होती है कि लोग कीमतों की तुलना करना भूल जाते हैं और फिर बाद में जब उन्हें ये मालूम चलता है कि जो सामान उन्होंने 1000 रुपये में खरीदा है, वो दूसरी जगह 500-600 रुपये में ही मिल रहा था। ऐसी परिस्थितियों में उनके पास पछताने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचता। इसलिए त्योहारों के मौसम में खरीदारी करने से पहले अलग-अलग जगहों पर उसकी कीमत के बारे में जानकारी प्राप्त करें। कई बार ऐसा भी होता है कि जो सामान ऑनलाइन 1000 रुपये का मिल रहा है, वो स्थानीय दुकानों पर 500-600 रुपये में ही आसानी से मिल जाता है।
कंपनियां कैसे देती हैं बंपर छूट
त्योहारों के समय बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां और बड़े वेंडर ग्राहकों को लुभाने के लिए 80-90 प्रतिशत तक का डिस्काउंट ऑफर करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि कोई कंपनी किसी प्रॉडक्ट पर इतना डिस्काउंट कैसे दे देती हैं। दरअसल, ये एक तरह का ट्रैप है, जिसमें ये कंपनियां ग्राहकों को फंसाती हैं। ई-कॉमर्स कंपनियां और वेंडर मिलकर ये डिस्काउंट प्लान करते हैं। इसमें सामान बनाने वाली कंपनियां भी शामिल हो सकती हैं। मान लीजिए ABC नाम की एक कंपनी ने कोई नया प्रॉडक्ट लॉन्च किया, जिसकी कीमत 100 रुपये रखी गई है। लेकिन वही चीज दूसरी कंपनी 20 रुपये में बेच रही है। अब ये कंपनी किसी ई-कॉमर्स कंपनी के साथ मिलकर डील करेगी। डील के तहत ई-कॉमर्स कंपनी, ABC का सामान बेचने के लिए तुलनात्मक रूप से कम कमीशन की मांग रखेगी। अब फेस्टिवल सेल के नाम पर ई-कॉमर्स कंपनी बताएगी कि वो इस ABC के प्रोडक्ट पर 70 प्रतिशत का डिस्काउंट दे रही है। लोगों को लगेगा कि उन्हें इससे अच्छी डील कभी नहीं मिलेगी। ऐसे में वे उस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए टूट पड़ेंगे और ABC के साथ-साथ ई-कॉमर्स कंपनी भी कूट-कूटकर पैसा कमाएंगी।
गैर-जरूरत की खरीदारी से दूर रहें
त्योहारों के दौरान ऐसा देखना बहुत आम होता है कि लोग ऐसी खरीदारी में भी जमकर पैसा खर्च करते हैं, जिसकी असल में जरूरत ही नहीं होती है। गैर-जरूरी खरीदारी करने से न सिर्फ आपका बजट बिगड़ता है बल्कि ऐसा करने से आपकी सेविंग्स पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। इसमें आपको एक बहुत जरूरी बात का भी ध्यान रखना होगा कि आपको सिर्फ और सिर्फ अपनी जरूरत के ही सामान खरीदने हैं, किसी दूसरे व्यक्ति को देखकर ऐसी चीज बिल्कुल न खरीदें, जिसकी आपको जरूरत नहीं है। दरअसल, ऐसा देखा जाता है कि पड़ोसी की टीवी खराब हो गई थी तो उसने नई टीवी खरीद ली, जिसे देखकर आपने टीवी होते हुए भी नई टीवी खरीदने में एक बड़ी रकम खर्च कर दी।
सोच-समझकर करें क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल
त्योहारों के समय जमकर खरीदारी के बीच क्रेडिट कार्ड भी जमकर इस्तेमाल होता है। तमाम ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बैंकों के साथ मिलकर खरीदारी पर तरह-तरह के ऑफर्स देते हैं, जिसकी वजह से लोग जमकर गैर-जरूरी खरीदारी भी करते हैं। सबसे पहले तो आपको ये ध्यान रखना है कि आपको गैर-जरूरी चीजों की खरीदारी नहीं करनी है। उसके बाद आपको ये भी ध्यान रखना है कि क्रेडिट कार्ड का उतना ही इस्तेमाल करें, जितना बिल आप आसानी से चुका सकते हैं क्योंकि बैंक क्रेडिट कार्ड के बिल में देरी होने पर भारी-भरकम ब्याज लगाकर वसूली करते हैं। अगर आप बिल चुकाने में देरी करते हैं तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है, जिससे आपको भविष्य में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
क्वालिटी का खास ध्यान रखें
त्योहारों में खरीदारों की भीड़ में पुराना, घटिया और खराब सामानों की जमकर बिक्री होती है। दुकानदार इस भीड़ का गलत इस्तेमाल कर ग्राहकों को बेहिचक घटिया और खराब सामान बेच देते हैं। ऐसे में आप सतर्क रहें कि आप जो भी सामान खरीद रहें, वो खराब न हो और उसकी क्वालिटी अच्छी हो। खरीदारी करते समय जल्दबाजी बिल्कुल न करें और सामान की जांच-पड़ताल में पूरा समय लें।
ऑनलाइन खरीदारी करते समय सावधान रहें
तमाम ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने अपनी रिटर्न, एक्सचेंज और रिफंड पॉलिसी में बड़े बदलाव कर दिए हैं। ऐसे में आप जब भी अपने किसी सामान की डिलीवरी लें तो उसकी अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। अगर सामान में किसी भी तरह का कोई डिफेक्ट मिलता है तो उसे बिल्कुल न लें और हाथों-हाथ वापस कर दें। कोशिश करें कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनें। कई बार पहले पेमेंट करने पर अगर ऑर्डर से जुड़ी कोई समस्या आती है तो ई-कॉमर्स कंपनियां रिफंड देने में बहुत आना-कानी करती हैं। छोटी-मोटी चीजों के लिए लोकल दुकानों से खरीदारी करें।
1915 और 1930 को हमेशा याद रखें
इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए भी अगर आपको लगता है कि ई-कॉमर्स कंपनी या किसी दुकानदार ने आपके साथ ठगी कर ली है तो नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) नंबर 1915 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। अगर आपके साथ किसी तरह का कोई साइबर फ्रॉड होता है तो बिना देरी किए साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं। ध्यान रखें कि साइबर फ्रॉड के मामले में आप जितनी जल्दी शिकायत दर्ज कराएंगे, पैसों की रिकवरी के उतने ही ज्यादा चांस होंगे।