Sunday, April 28, 2024
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क्रेडिट कार्ड का करते हैं इस्तेमाल तो न करें ये 5 गलतियां, बढ़ जाएगा आपका बिल

क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करने पर फॉरेन करेंसी मार्क-अप फीस वसूलते हैं। यह 1.99% से 3.55% तक होता है।

Alok Kumar Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: September 06, 2023 18:05 IST
क्रेडिट कार्ड- India TV Paisa
Photo:FILE क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड आपकी वित्तीय स्तिथि को बेहतर भी बना सकता है और बिगाड़ भी सकता है। हालांकि, ये आपके यूज और कार्ड बिल के भुगतान पर निर्भर करता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग सही तरीके से करते हैं तो आपको रिवॉर्ड पॉइंट, कैशबैक, इंटरेस्ट-फ्री पीरियड आदि लाभ मिलेंगे और साथ ही अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में भी मदद मिलेगी। वहीं, अगर आप बिना सोचे समझे इसका उपयोग करते हैं, तो आपके कार्ड का बिल ज्यादा बढ़ जाएगा। 

कैश एडवांस लेना

अगर आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर एटीएम से नकदी निकालते हैं, तो निकाले गई राशि पर 2.5% तक कैश एडवांस फीस देनी पड़ती है। इसके अलावा, नकदी निकालते ही पहले दिन से उस राशि पर ब्याज लगना शुरू हो जाता है, जो 23% से 49% प्रति वर्ष तक है।  इसलिए, क्रेडिट कार्ड से नकदी निकालने से बचना चाहिए, अगर आपको ज्यादा ज़रूरत है और आपको पैसे निकालने ही पड़ेंगें, तो जितनी जल्दी हो सके उसका भुगतान कर दें।     

क्रेडिट लिमिट से ज्यादा खर्च करना

जब भी आप अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट से ज़्यादा खर्च करते हैं, तो उस पर ओवर-लिमिट पैनल्टी लगती है। अधिकांश क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता लिमिट से ज्यादा खर्च की गई राशि पर 2.5% पैनल्टी के रूप में लेते हैं, न्यूनतम पैनल्टी 500 रुपये है। कुछ जारीकर्ता 500 रुपये  का ही शुल्क लेते हैं, भले ही लिमिट से ज़्यादा राशि कितनी ही हो। 

क्रेडिट कार्ड बिल समय पर ना देना

पैसाबाज़ार में क्रेडिट कार्ड्स के चीफ बिजनेस ऑफिसर, रोहित छिब्बर ने बताया कि जब भी आप अपने क्रेडिट कार्ड की पूरी बिल राशि का भुगतान नहीं करते हैं, तो बकाया राशि पर 23% से 49% प्रति वर्ष का मोटा ब्याज लगता है। अगर आप समय पर बिल का मिनिमम ड्यू अमाउंट भी जमा नहीं करते हैं, तो ब्याज के साथ-साथ बैंक आपसे लेट पेमेंट फीस भी वसूलता है। मिनिमम ड्यू अमाउंट ना देने से आपके क्रेडिट स्कोर पर भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए, जो लोग तय तारिख तक अपना पूरा बिल चुकाने में असमर्थ हैं, वो ईएमआई का विकल्प चुनकर अपने बड़े ट्रांजेक्शन को ईएमआई में कंवर्ट कर सकते हैं या पूरे बिल को भी ईएमआई में कंवर्ट कर भुगतान कर सकते हैं। 

इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करना

क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करने पर फॉरेन करेंसी मार्क-अप फीस वसूलते हैं। यह 1.99% से 3.55% तक होता है, चाहे ट्रांजेक्शन ऑनलाइन हो या ऑफलाइन। इसलिए वो कार्डधारक जो अक्सर इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करते हैं, उन्हें प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड लेना चाहिए, क्योंकि वो इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन पर कोई फीस नहीं वसूलते हैं। आप अपनी जरूरत के मुताबिक, इन कार्ड में टॉप-अप भी प्राप्त कर सकते हैं। जो लोग कई देशों की यात्रा कर रहे हैं वो मल्टी-करंसी कार्ड भी ले सकते हैं, वित्तीय ज़रूरत के मुताबिक, आप एक ही फॉरेक्स कार्ड में कई करेंसी लोड कर सकते हैं।  

 पिछले पूरा बिल दिए बिना नए ट्रांजेक्शन करना 

बैंक क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन पर 'इंटरेस्ट-फ्री पीरियड' प्रदान करते हैं। क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करने के बाद उसके बिल जमा करने की तारीख़ के बीच का समय जो होता है, वो इंटरेस्ट-फ्री पीरियड होते है। यह पीरियड आमतौर पर 50 दिन तक का होता है। इस पीरियड के दौरान, कार्ड की ट्रांजेक्शन पर कोई ब्याज नहीं लिया जाता है, अगर तय तारीख पर पूरे बिल का भुगतान हो जाता है। हालांकि, अगर आप अपनी पूरी बिल राशि का भुगतान नहीं करते हैं, तो नए ट्रांजेक्शन पर भी ब्याज लगता रहेगा, जबतक आप पूरे बोल का भुगतान नहीं कर देते हैं। इसलिए, अगर अपने पिछले बिल का भुगतान नहीं करते हैं, तो तबतक नए ट्रांजेक्शन करने से बचें जबतक आप पुराना बिल नहीं चुका देते हैं। 

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