Saturday, June 15, 2024
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PPF अकाउंट आपको क्यों खोलना चाहिए? जानें इसके फायदे और कितना मिलता है रिटर्न

पीपीएफ अकाउंट बैंक या पोस्ट ऑफिस में से कही एक जगह ही खोला जा सकता है। पीपीएफ दरअसल, भारत सरकार की एक बचत स्कीम है। पीपीएफ खाता खोलने का एक और फायदा यह है कि इससे व्यक्ति अपने खाते की बैलेंस राशि पर लोन ले सकता है।

Written By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Updated on: May 22, 2024 17:20 IST
PPF खाता में न्यूनतम 15 वर्ष की लॉक-इन अवधि है।- India TV Paisa
Photo:FILE PPF खाता में न्यूनतम 15 वर्ष की लॉक-इन अवधि है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) अकाउंट उन निवेशकों के लिए एक पॉपुलर निवेश विकल्प है जो लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए बचत करना चाहते हैं। सरकार द्वारा हर तिमाही में पीपीएफ पर ब्याज दरें घोषित की जाती हैं। पीपीएफ के जरिये रिटायरमेंट के लिए धन जुटाना या बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए धन जुटाना आसान हो पाता है। पीपीएफ दरअसल, भारत सरकार की एक बचत स्कीम है। यह गारंटीड रिटर्न और टैक्स लाभ प्रदान करती है। पीपीएफ अकाउंटहोल्डर  100 रुपये के मल्टीपल में सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ अकाउंट बैंक या पोस्ट ऑफिस में से कही एक जगह ही खोला जा सकता है।

ब्याज दर और टैक्स छूट का फायदा

पीपीएफ अकाउंट पर ज्यादा ब्याज भी मिलता है। पीपीएफ अकाउंट पर मौजूदा समय में ब्याज दर 7.1% सालाना है, जो बैंक सावधि जमा, बचत खाते और डाकघर योजनाओं जैसे अधिकांश अन्य निश्चित आय निवेश विकल्पों से अधिक है। इस अकाउंट में ईईई (छूट-छूट-छूट) मॉडल के तहत, पीपीएफ खाते में किए गए योगदान, खाते पर अर्जित ब्याज और परिपक्वता पर प्राप्त राशि सभी टैक्स फ्री हैं। यह पीपीएफ को टैक्स बचाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए सबसे आकर्षक निवेश विकल्पों में से एक बनाता है।

लोन लेने का प्रावधान

पीपीएफ खाता खोलने का एक और फायदा यह है कि इससे व्यक्ति अपने खाते की बैलेंस राशि पर लोन ले सकता है। पीपीएफ खाताधारक खाता खोलने के तीसरे वित्तीय वर्ष से लेकर छठे वित्तीय वर्ष के आखिर तक लोन ले सकते हैं। लोन की राशि दूसरे पिछले वित्तीय वर्ष के आखिर में अकाउंट बैलेंस के 25 प्रतिशत तक हो सकती है। पीपीएफ खाते पर लिए गए लोन पर तुलनात्मक रूप से कम ब्याज दर मिलती है, आम तौर पर यह लगभग 1% होती है। लोन को 36 महीनों के भीतर पूरी तरह से चुकाया जाना चाहिए, और उस पर अर्जित ब्याज को पुनर्भुगतान के समय मूल राशि के साथ एकमुश्त भुगतान किया जाना चाहिए।

आंशिक निकासी की भी सुविधा

टैक्स बेनिफिट्स और लोन सुविधाओं के अलावा, पीपीएफ आंशिक निकासी की सुविधा भी प्रदान करता है। खाता खोलने के पांच साल पूरे होने के बाद, कोई व्यक्ति पीपीएफ खाते में शेष राशि का एक हिस्सा निकाल सकता है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक, आंशिक निकासी की राशि निकासी के वर्ष से पहले चौथे वर्ष के आखिर में शेष राशि के 50% या तत्काल पूर्ववर्ती वर्ष के अंत में शेष राशि के 50% तक सीमित है, जो भी कम हो। आंशिक निकासी हर वित्तीय वर्ष में एक बार की जा सकती है। आंशिक निकासी चिकित्सा आपात स्थिति, उच्च शिक्षा और अन्य वित्तीय आवश्यकताओं जैसे मकसद को पूरा करने के लिए की जा सकती है।

पीपीएफ पीरियड को बढ़ा सकते हैं आगे

PPF अकाउंट को निवेशकों के बीच पसंदीदा विकल्प बनाती है। PPF खाता न्यूनतम 15 वर्ष की लॉक-इन अवधि के साथ आता है, जिसे अनिश्चित काल के लिए 5 सालों  तक के लिए में बढ़ाया जा सकता है। इसका मतलब यह है कि 15 साल पूरे होने के बाद भी निवेशक अपने खाते को सक्रिय रखने और अपने निवेश पर टैक्स फ्री रिटर्न अर्जित करना जारी रख सकते हैं। अवधि विस्तार का विकल्प चुनकर, निवेशक पीपीएफ खाते के टैक्स बेनिफिट्स का आनंद लेना जारी रख सकते हैं। निवेशक अपने खाते में नई जमा राशि भी जारी रख सकते हैं, जो कि प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये की कुल सीमा के अधीन है।

नाबालिगों के लिए भी पीपीएफ खाता

अगर कोई नाबालिग है तो वह भी पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) खाता खोल सकता है। भविष्य के लिए बचत शुरू करने का यह एक शानदार तरीका है। पीपीएफ एक लंबे समय का निवेश विकल्प है, और जल्दी शुरू करने से समय के साथ एक महत्वपूर्ण फंड बनाने में मदद मिल सकती है। खाता केवल नाबालिग के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है। नाबालिग या तो भारत का निवासी होना चाहिए या विदेश में रहने वाला भारत का नागरिक होना चाहिए। खाता नाबालिग के नाम पर होगा, जिसमें माता-पिता या कानूनी अभिभावक खाते के अभिभावक के रूप में कार्य करेंगे।

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