जेन स्ट्रीट ग्रुप की स्थापना 2000 में की गई थी। ये एलएलसी फाइनेंशियल सर्विस इंडस्ट्री में एक वैश्विक स्वामित्व वाली ट्रेडिंग कंपनी है।
सेबी ने अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया को बाजार से प्रतिबंधित करने के साथ ही 5-5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने पाया कि मनीष मिश्रा ने 4.37 लाख रुपये और अंकुर शर्मा ने 6.01 लाख रुपये का अवैध लाभ कमाया, जबकि विवेक ने प्रतिभूतियों में कोई कारोबार नहीं किया।
सेबी की जांच में पाया गया कि माधव स्टॉक विजन ने चार अलग-अलग स्टॉक ब्रोकरों के जरिये बिग क्लाइंट द्वारा किए गए ट्रेडों को फ्रंट-रन किया, जो एनएसई और बीएसई दोनों के रजिस्टर्ड सदस्य हैं।
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अनमोल और पुनीत सिंह जग्गी पर लगे आरोपों के बाद अगले आदेश तक जेनसोल में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक के पद से दूर रहने का भी आदेश दिया है।
सेबी ने पाया कि कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग कार्वी कैपिटल में अपनी हिस्सेदारी बेचने में विफल रही है और उसके मुताबिक, नोटिस प्राप्तकर्ता अब एआईएफ विनियमनों और मध्यस्थ नियमों के संदर्भ में 'उपयुक्त और उचित व्यक्ति' मानदंड को पूरा नहीं करते हैं।
दोनों पोर्टफोलियो मैनेजर ने नियमों के तहत अनिवार्य 5 करोड़ रुपये की न्यूनतम नेटवर्थ को पूरा किए बिना रजिस्टर्ड पोर्टफोलियो मैनेजर के रूप में काम किया था।
सेबी ने कहा कि ये संस्थाएं अब ब्रोकर विनियमन 1992 के तहत स्टॉक ब्रोकर रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी शर्तों को पूरा नहीं करती हैं। सभी चार स्टॉक ब्रोकर्स सेबी को देय किसी भी बकाया शुल्क, बकाया और ब्याज का भुगतान करने के लिए भी जिम्मेदार होंगे।
सेबी की जांच की अवधि सितंबर, 2018 से सितंबर, 2023 तक थी। सेबी ने अपने अंतरिम आदेश में कहा कि आशीष कीर्ति कोठारी, उनके परिवार के सदस्य और उनके एचयूएफ (हिंदू अविभाजित परिवार) पर बड़े ग्राहक के फ्रंट-रनिंग सौदे करने का आरोप है।
एक्सिस बैंक की सहायक कंपनी एक्सिस कैपिटल ने स्पष्ट किया कि उसने एक साल से अधिक समय से ऋण खंड में कोई नया असाइनमेंट नहीं लिया है।
जानकारों का कहना है कि अनेक ब्रोकिंग हाउस, चैनल और कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इस तरह के काम करते हैं। वे पहले शेयर खरीदने की सिफारिश करते हैं, जिन्हें वे बेचना चाहते हैं। जब निवेशक खरीदना शुरू करते हैं तो शेयरों की कीमतें बढ़ जाती हैं। फिर यही लोग अपने शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेते हैं।
SEBI Updates: ऑप्शन से कमाई करने की सोच रहे निवेशकों के लिए खुशखबरी आई है। सेबी अब एक नए नियम पर काम करने जा रहा है।
IIFL की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सेबी के एक्शन का असर अब उसके शेयर पर देखने को मिल रहा है।
SEBI Auction Properties: सेबी ने निवेशकों का पैसा ब्याज समेत वापस करने के निर्देश के बाद उनकी कुछ संपत्तियों को कुर्क कर लिया था। अब इस संबंध में आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
SEBI Share market News: बॉन्ड में निवेश करने का कोई विशेष समय नहीं होता है। आप जब चाहें इसमें निवेश कर सकते हैं। आप वर्ष में कभी भी बॉन्ड खरीदते हैं। अब इसमें सेबी ने कुछ बदलाव किया है। आइए जानते हैं।
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने वालों के लिए बड़ी खबर आई है। सेबी के नए आदेश में एक म्यूचुअल फंड कंपनी को बंद कर दिया गया है। आइए पूरी खबर पढ़ते हैं।
SEBI New Order: दो अलग-अलग आदेशों में सेबी ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये कंपनियां निवेश सलाहकार के रूप में बिना प्रमाणित सर्टिफिकेट के ही निवेश सलाहकार सेवाओं दे रही थी। कुछ और जानकारी भी सामने आई। अब खबर आ रही है कि उन चारों कंपनियों को बैन कर दिया गया है।
IPO News: किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने से पहले सेबी से मंजूरी लेनी होती है। पेटीएम के आईपीओ आने से पहले सेबी आसानी से मंजूरी दे दिया करता था, लेकिन अब उसने नियमों में बदलाव कर दिया है। इसी के कारण 6 कंपनियों के आईपीओ को सेबी ने मंजूरी देने से मना कर दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
बाजार नियामक सेबी ने 12.54 लाख रुपये का बकाया वसूल करने के लिए दो कंपनियों के बैंक और डीमैट खातों को कुर्क करने का आदेश दिया है।
SEBI ने कथित तौर पर धोखाधड़ीपूर्ण कारोबार करने के 10 साल पुराने एक मामले में RIL और 12 अन्य पर शेयरों में डेरिवेटिव कारोबार करने पर एक साल की रोक लगा दी है।
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