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कोरोना वायरस के डर से कहीं आप आयुर्वेदिक काढ़े का ज्यादा सेवन तो नहीं कर रहे, ऐसे करें पहचान

आयुष मंत्रालय और भारत सरकार द्वारा समय-समय पर लोगों से सलाह दी जाती हैं कि खुद की इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन करें। वहीं लोगों द्वारा अधिक मात्रा में सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

कोरोना वायरस के डर से कहीं आप आयुर्वेदिक काढा का ज्यादा सेवन तो नहीं कर रहे, ऐसे करें पहचान- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM/RASOI909 कोरोना वायरस के डर से कहीं आप आयुर्वेदिक काढा का ज्यादा सेवन तो नहीं कर रहे, ऐसे करें पहचान

कोरोना वायरस महामारी से हर कोई परेशान हैं। जहां लाखों लोग इस महामारी से जान गवां चुके हैं। इस महामारी के संक्रमण से बचने के लिए आपकी इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होना बहुत ही जरूरी है। इसी कारण आयुष मंत्रालय और भारत सरकार द्वारा समय-समय पर लोगों से सलाह दी जाती हैं कि खुद की इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन करें। लेकिन कई लोग ऐसे हैं कि उनके अंदर कोरोना का इतना ज्यादा डर बैठ गया है कि वह दिनभर में कई बार काढ़ा का सेवन कर रहे हैं। अगर आप भी इस लिस्ट में शामिल हैं तो फिर सचेत हो जाए। अत्यधिक काढ़ा पीना भी आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। 

आयुर्वेदिक काढ़ा तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, दालचीनी, काली मिर्च, लौंग आदि मसालों के साथ बनाया जाता है। जिसका सेवन अगर सीमित मात्रा में किया जाए तो इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है। लेकिन अगर अधिक मात्रा में सेवन किया तो आप पेॉ संबंधी कई समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। 

काढ़ा का ज्यादा सेवन क्यों हैं हानिकारक?

आपको बता दें कि इस आयुर्वेदिक काढ़ा को बनाने के लिए तुलसी, गिलोय, हल्दी अश्वगंधा, दालचीनी, काली मिर्च, लौंग, पिपली जैसे कई मसालों को मिलाकर बनाया जाता है। इन सभी मसालों की तासीर गर्म होती है। जिसका ज्यादा सेवन करने से बुखार, नकसीर आदि समस्याओं हो सकती है।

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इन संकेतों से जानें कि काढ़ा का कर लिया है ज्यादा सेवन

अगर आप इस आयुर्वेदिक काढा का ज्यादा सेवन कर लेंगे तो आपको शरीर में कुछ न कुछ संकेत मिल जाएंगे। जिन्हें जानकर आप काढ़ा का सेवन कम कर सकते हैं। 

  • मुंह में छाले पड़ जाना। 
  • नाक से खून आना।
  • अधिक चक्कर आना।
  • आंखों के सामने अंधेरा छा जाना। 
  • गैस या कब्ज की समस्या होना। 
  • पेट में जलन होना। 
  • स्किन में छोटे-छोटे दाने निकल आना। 
  • वजन तेजी से कम होना
  • डायरिया की समस्या हो जाना
  • कई लोगों को काढ़ा का ज्यादा सेवन करने से बुखार भी आ जाता है। 

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आयुर्वेदिक काढ़ा की सही मात्रा

इस, काढ़ा में  सभी मसालों को सही मात्रा में इस्तेमाल करें। इसके साथ ही गर्म तासीर चीजों को कम मात्रा में डाले। वहीं एक दिन में 2-3 बार ही काढ़ा का सेवन करें। 

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