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Hindi News हेल्थ गैस-कब्ज-एसिडिटी का परमानेंट इलाज, स्वामी रामदेव से जानिए अल्सर और कोलाइटिस के लिए कारगर उपाय

गैस-कब्ज-एसिडिटी का परमानेंट इलाज, स्वामी रामदेव से जानिए अल्सर और कोलाइटिस के लिए कारगर उपाय

स्वामी रामदेव के मुताबिक योग से पेट में दर्द, गैस, एसिडिटी, डायरिया, अल्सर और कोलाइटिस जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

yoga for acidity ulcer gas and constipation - India TV Hindi Image Source : PIXABAY कब्ज-एसिडिटी का परमानेंट इलाज

हम खुद को हेल्दी रखने के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं। अच्छे से अच्छा खाना खाते हैं, डाइट में फल-सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स सब कुछ शामिल करते हैं, लेकिन इस हेल्दी खाने का फायदा शरीर को तब मिलता है, जब पेट ठीक रहता है। असल में खराब डायजेशन सब कुछ बिगाड़ देता है। 

दरअसल, पेट में दर्द, गैस और डायरिया ऐसी परेशानियां हैं, जिन्हें लोग आमतौर पर मामूली मानकर नज़रअंदाज कर देते हैं। लेकिन लोग ये भूल जाते हैं कि सारी गंभीर बीमारियों की शुरुआत खराब हाजमे से ही शुरू होती है। पेट की मामूली लगने वाली गड़बड़ी अल्सररेटिव कोलाइटिस यानि बड़ी आंत में होने वाली अल्सर का रूप ले सकती है। ये बीमारी बॉडी में प्रोटीन, न्यूट्रीशन और फैट की डेफिसिएंशी तो करती ही है, साथ ही मरीज को एनीमिक भी बना देती है। 

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अगर ज्यादा समय तक इसे अनदेखा किया जाए तो कोलन कैंसर तक होने का खतरा बढ़ जाता है। सबसे बड़ी बात ये है कि कोलाइटिस का कोई इलाज नहीं है। डॉक्टर्स की मानें तो कोलाइटिस के मरीज सही लाइफस्टाइल और अपने खान-पान को ठीक रखकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन स्वामी रामदेव के मुताबिक योग से कोलाइटिस ना सिर्फ कंट्रोल होगा, बल्कि पूरी तरह से क्योर भी होगा। 

कोलाइटिस के लक्षण:

  • पेट में दर्द
  • ब्लीडिंग
  • डायरिया
  • गैस
  • वजन कम होना
  • सूजन 

कोलाइटिस से परेशानी:

  • न्यूट्रिशन-मिनरल्स में कमी
  • फैट - प्रोटीन में कमी
  • खून की कमी
  • कोलन कैंसर

योग से पेट की बीमारियां रहेंगी दूर:

  1. सूक्ष्म व्यायाम
  2. गोमुखासन 
  3. सेतुबंधासन
  4. मर्कटासन
  5. उष्ट्रासन
  6. भुजंगासन
  7. वज्रासन
  8. कटिचक्रासन
  9. पवन मुक्तासन
  10. पाद हस्तासन

ताड़ासन के फायदे:

  • शरीर को लचीला बनाता है। 
  • थकान, तनाव और चिंता दूर करता है। 
  • पाचन को ठीक रखता है। 

तिर्यक ताड़ासन के फायदे:

  • रोज करने से शरीर काफी लचीला होता है। 
  • कमर की चर्बी पूरी तरह से खत्म हो जाती है।
  • वजन घटाने में मदद मिलती है। 
  • मन को शांत रखने में सहायक है। 
  • लंग्स को मजबूत बनाता है।

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कटि चक्रासन के फायदे:

  • कमर, रीढ़ की मसल्स मजबूत बनती हैं। 
  • त्वचा में चमक आती है। 
  • सीने को चौड़ा करता है। 
  • डायबिटीज कंट्रोल होती है। 
  • पेट की चर्बी कम करता है। 
  • मोटापा कम करने में मददगार है। 
  • बच्चों का दिमाग तेज करता है। 

मंडूकासन के फायदे: 

  • डायजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट दूर करता है। 
  • फैटी लिवर की समस्या दूर करता है। 
  • ब्लड शुगर को कम करने में कारगर। 
  • लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
  • पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
  • गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है। 

शशकासन के फायदे:

  • माइग्रेन के रोग में फायदेमंद। 
  • तनाव और चिंता दूर होती है।
  • क्रोध और चिड़चिड़ापन दूर होता है।
  • मोटापा कम करने में मददगार है।
  • लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं। 

उत्तान पादासन के फायदे:

  • डायबिटीज कंट्रोल होती है।
  • एसिडिटी ठीक होती है। 
  • कमर दर्द में आराम मिलता है। 
  • हार्ट को मजबूत बनाता है। 
  • वजन कम करने में मददगार है। 
  • पैरों की मसल्स मजबूत होती है।
  • पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं। 

प्राणायाम से पाचन होगा ठीक:

  1. अनुलोम विलोम
  2. कपालभाति 
  3. भस्त्रिका
  4. भ्रामरी
  5. उज्जायी
  6. उद्गीथ

भस्त्रिका के फायदे: वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है। शुगर कंट्रोल करने में मददगार है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है। नाक और सीने की समस्या दूर होती है। सांस की समस्या से मुक्ति मिलती है। अस्थमा के रोग को दूर करता है। 

अनुलोम विलोम के फायदे : शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। नर्व मजबूत और शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार। सांस लेना आसान हो जाता है। 

कपालभाति के फायदे: बॉडी में इंस्टेंट गर्मी लाता है। बंद सांस नली खुल जाती है। मजबूत बॉडी के लिए फायदेमंद है। 

उज्जायी प्राणायाम के फायदे: शरीर में गर्माहट आती है। ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है। 

कोलाइटिस के उपाय:

  • रोज अनार खाने से कोलाइटिस में फायदा। 
  • कुटजारिष्ट और किटजघनवटी कारगर। 
  • चित्रकादिवटि का सेवन बेहद फायदेमंद। 

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कॉन्सटिपेशन से बचाव: 

  • खाना चबा-चबा कर खाएं। 
  • खाने के एक घंटे बाद पानी पिएं। 
  • सुबह में दही और दोपहर में छाच पिएं।

कब्ज में कारगर उपाय: 

  • त्रिफला का नियमित सेवन करें। 
  • कब्ज दूर करने वाली चूर्ण ना खाएं। 
  • सनायपत्ती ना खाएं। आंत डैमेज का डर। 
  • सनायपत्ती से कोलाइटिस की बीमारी। 
  • लौकी का जूस रोज पिएं। 
  • कब्ज में गोधन अर्क बेहद कारगर है। 
  • हरितकी चूसने से कब्ज में फायदा। 
  • अतिबला का पौधा परमानेंट कब्ज ठीक। 
  • रात में खाने के 1 घंटे बाद दूध पिएं। 
  • आंवला-एलोवेरा का जूस सुबह-शाम लें। 
  • अभयारिष्ट के सेवन से कब्ज दूर होता है। 
  • दूध के साथ नमकीन चीजें ना खाएं। 
  • रात में दही और छाच बिल्कुल ना लें। 
  • पहले सलाद और फल फिर भोजन करें। 
  • हरी चीजों का सेवन बिना पकाएं करें। 
  • आंवला का रस ताजा निकालकर पिएं। 

दूध के बदले क्या पिएं?

  • सोया मिल्क- बीपी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल 
  • कोकोनट मिल्क- वेट कंट्रोल
  • बादाम मिल्क- मजबूत इम्युनिटी
  • मटर मिल्क- भरपूर प्रोटीन
  • काजू मिल्क- आंख और दिल मजबूत 

पाइल्स होने पर नागदोन और अतिबला के पत्ते लाभदायक होंगे। 

खाली पेट एक कप दूध में नींबू निचोड़कर पीने से 3 दिन में बवासीर ठीक हो जाती है। 

अल्सर के लिए एलोवेरा, व्हीटग्रास और लौकी के जूस का सेवन करें। तीनों मिलाकर पीने से अल्सर 100 फीसदी ठीक हो जाता है। 

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