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Hindi News भारत राष्ट्रीय किसान बेचेंगे 100 रुपये लीटर दूध, कृषि कानूनों और पेट्रोल-डीजल के दाम के विरोध में खाप पंचायत का फैसला

किसान बेचेंगे 100 रुपये लीटर दूध, कृषि कानूनों और पेट्रोल-डीजल के दाम के विरोध में खाप पंचायत का फैसला

हिसार में एक खाप पंचायत ने शनिवार को तय किया कि वो कृषि कानूनों और बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम के विरोध में दूध के दाम में बढ़ोतरी करेंगे। पंचायत के प्रवाक्ता ने कहा कि हमने 100 / लीटर की कीमत पर दूध देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से सरकारी सहकारी समितियों को समान मूल्य पर दूध बेचने का आग्रह करते हैं।

हिसार. देश का राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान संगठनों के आंदोलन के बीच हरियाणा की एक खाप पंचायत ने बड़ा फैसला लिया है। हिसार में एक खाप पंचायत ने शनिवार को तय किया कि वो कृषि कानूनों और बढ़े हुए पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम के विरोध में दूध के दाम में बढ़ोतरी करेंगे। पंचायत के प्रवाक्ता ने कहा कि हमने 100 / लीटर की कीमत पर दूध देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से सरकारी सहकारी समितियों को समान मूल्य पर दूध बेचने का आग्रह करते हैं।

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उन्होंने कहा, "हमने निर्णय लिया है कि जो दूध है ये भी किसान पैदा करता है, मजदूर पैदा करता है। पेट्रोल का भाव इतना बढ़ गया और दूध का भाव 50 रुपये। आपस में जो दूध लिया-दिया जाएगा, वो उसी रेट में दिया जाएगा परंतु जो निगम हैं, जिस तरह डेरी हैं तो इनको 100 रुपये किलो से कम हम लोग किसान नहीं देंगे।" सतरोल खाप के प्रधान रामनिवास लोहान ने कहा कि हमने दूध डेरी में बंद करने का निर्णय लिया है। डेरी में जो दूध देगा वो भाई किसान नहीं है।

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केंद्रीय पेट्रोलियम और नेचुरल गैस व स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रदान ने 21 फरवरी को तेल के बढ़ते दाम को लेकर कहा था कि ज्यादा फायदा कमाने के लिए तेल उत्पादकों द्वारा कम तेल का उत्पादन दाम बढ़ने की एक बड़ी वजह है। उन्होंने कहा था, "ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार ने ईंधन उत्पादन कम कर दिया है और अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए उत्पादक देश कम ईंधन का उत्पादन कर रहे हैं। इससे उपभोक्ता देश त्रस्त हैं।"

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