नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसने 1,34,885 वैगन-आर और बलेनो मॉडल के वाहनों को रिकॉल किया है। कंपनी ने कहा है कि वह इन इकाईयों में खराब ईंधन पंप की जांच करेगी और गड़बड़ी पाए जाने पर इन्हें मुफ्त में बदला जाएगा।
मारुति सुजुकी इंडिया ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने स्वैच्छा से वाहनों को वापस मंगाया है। इसके तहत 15 नवंबर, 2018 से 15 अक्टूबर, 2019 के बीच बनी वैगन-आर (1 लीटर) और 8 जनवरी,2019 से 4 नवंबर, 2019 के बीच बनी बलेनो (पेट्रोल) को वापस मंगाया है। इस रिकॉल के तहत दोनों मॉडल के कुल 1,34,885 वाहन शामिल किए गए हैं।
कंपनी ने कहा है कि वह संभावित ईंधन पंप की जांच के लिए वैगन-आर की 56,663 इकाई और बलेनो की 78,222 इकाईयों की जांच करेगी। कंपनी ने कहा है कि खराब पार्ट को बिना किसी मूल्य के बदला जाएगा। इन वाहनों के मालिकों से कंपनी के अधिकृत डीलर द्वारा संपर्क किया जाएगा और उन्हें अपना वाहन वर्कशॉप में लाने के लिए समय दिया जाएगा।
टोयोटा ने भी किया 6500 ग्लैंजा को रिकॉल
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी अपनी ग्लैंजा कार की 6500 इकाईयों को खराब ईंधन पंप के चलते रिकॉल किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने स्वैच्छा से 2 अप्रैल, 2019 से 6 अक्टूबर, 2019 के बीच निर्मित ग्लैंजा के सभी वेरिएंट्स को रिकॉल किया है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की ग्लैंजा को मारुति सुजुकी की बलेनो प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है। मार्च, 2018 में टोयोटा और सुजुकी ने एक-दूसरे के हाइब्रिड और अन्य वाहनों को भारतीय बाजार में बेचने का अनुबंध किया था।