HDFC Bank rises interest rates on Fix Deposit and Recurring Deposit, ICICI also changes rates
नई दिल्ली। पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से पॉलिसी दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने ब्याज दरें बदलना शुरू कर दिया। देश के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक ने मध्यम अवधि के लिए किए जाने वाले फिक्स डिपॉजिट (FD) की दरों में बढ़ोतरी की है। छोटी अवधि के लिए दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। HDFC बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 6 अगस्त यानि आज से दरों में हुआ बदलाव लागू हो गया है।
HDFC बैंक में 1 करोड़ से कम FD के लिए ब्याज दर
HDFC बैंक के मुताबिक 6 महीने से लेकर 9 महीने तक के FD पर सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज की दर को सालाना 6.35 प्रतिशत से बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 7.25 प्रतिशत की गई है। इसी तरह 9 महीने से लेकर 1 वर्ष तक के FD पर ब्याज की दर सामान्य नागरिकों के लिए 6.40 प्रतिशत की जगह अब 7 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.9 प्रतिशत की जगह 7.5 प्रतिशत होगी। 1 साल से लेकर 2 वर्ष तक के FD पर ब्याज की दर को सामान्य नागरिकों के लिए 7.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.75 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी तरह 2 वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक की सभी FD अवधियों के लिए ब्याज की दर को सामान्य नागरिकों के लिए 7.10 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.60 प्रतिशत किया गया है।

HDFC बैंक में RD दरों में भी किया बदलाव
HDFC ने FD के साथ RD दरों में भी बदलाव किया है, 9 महीने की अवधि से लेकर 5 वर्ष अवधि तक के RD पर दरों में बदलाव किया गया है। दरों में हुआ बदलाव इस तरह से है

ICICI बैंक ने भी किया FD दरों में बदलाव
HDFC बैंक की तरह ICICI बैंक ने भी कुछ अवधियो के लिए FD की दरों में बदलाव किया है, बैंक की तरह से दी गई जानकारी के मुताबिक दरों में बदलाव 4 अगस्त से लागू हो चुका है और यह बदलाव उन जमा योजनाओं पर है जिनमें निश्चित अवधि से पहले पैसा निकालने की इजाजत नहीं है।

RBI के फैसले के बाद बढ़ी दरें
पिछले हफ्ते ही भारतीय रिजर्व बैंक ने पॉलिसी दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी, RBI के इस कदम के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि बैंक जमा और कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। HDFC और ICICI ने जमा के साथ इसकी शुरुआत कर दी है और SBI ने RBI की पॉलिसी से पहले ही जमा पर ब्याज दरें बढ़ा दी थी। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बैंकों की तरफ से जल्दी ही कर्ज पर भी ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है।








































