नई दिल्ली। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने आज कहा है कि वह इस साल अप्रैल से पूरे भारत में अपने नेटवर्क का विस्तार शुरू करेगी। डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट ने एक बयान में कहा है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) विस्तार कार्यक्रम लगातार प्रगति कर रहा है और इसको राष्ट्रीय स्तर पर चालू करने का कार्यक्रम अप्रैल 2018 से शुरू होगा।
सभी 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस शाखाएं एसेस प्वाइंट के रूप में संचालित होंगे और 650 पेमेंट्स बैंक शाखाएं इन्हें बैक-एंड सपोर्ट उपलब्ध कराएंगी। बयान में कहा गया है कि प्रस्तावित विस्तार के पूरा होने पर आईपीपीबी देश में सबसे बड़ा फाइनेंशियल इनक्लूजन नेटवर्क उपलब्ध कराएगा। यह पोस्टमैन और ग्रामीण डाक सेवक की मदद से ग्राहकों के दरवाजे पर डिजिटल पेमेंट सेवाएं उपलब्ध कराने में सक्षम होगा।
2015 में आरबीआई ने 11 इकाईयों के साथ डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट को पेमेंट्स बैंक की स्थापना के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की थी। पेमेंट्स बैंक व्यक्ति और छोटे उद्यमों से प्रति एकाउंट एक लाख रुपए तक का डिपॉजिट स्वीकार कर सकते हैं। पारंपरिक बैंकों की तरह पेमेंट्स बैंकों को ग्राहकों को लोन या ऋण देने की अनुमति नहीं होगी। पेमेंट्स बैंक एक बिल्कुल अलग तरह के बैंक हैं और ये डिमांड डिपॉजिट, रेमीटेंस सर्विस, इंटरनेट बैंकिंग और अन्य विशेष सेवाओं का संचालन कर सकेंगे।
एयरटेल पेमेंट्स बैंक और पेटीएम के बाद आईपीपीबी तीसरा पेमेंट्स बैंक होगा जिसका पूर्ण ऑपरेशन होगा। आईपीपीबी 17 करोड़ से अधिक सक्रिय पोस्ट ऑफिस सेविंग बैंक खाता धारकों को एनईएफटी, आरटीजीएस, यूपीआई और बिल भुगतान सेवा समेत डिजिटल पेमेंट्स इंटरऑपरेबल में सक्षम बनाएगा।
इसके अलावा आईपीपीबी पूरे देश में सभी पोस्ट ऑफिस के जरिये डिजिटल पेमेंट्स को स्वीकार करेगा। आईपीपीबी ने अपनी पायलेट सर्विस जनवरी 2017 में रायपुर और रांची में शुरू की थी।