नई दिल्ली। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 24 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 44.5 करोड़ डॉलर बढ़ गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक 17 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 33.2 करोड़ डॉलर घटकर 400.85 अरब डॉलर के स्तर पर आ गया था। केंद्रीय बैंक के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियों के बढ़ने से मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए), स्वर्ण भंडार, विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ आरबीआई की भंडारण स्थिति शामिल होती है।
विदेशी मुद्रा संपत्ति विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा अंग है। पिछले सप्ताह ये 38.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 376.59 अरब डॉलर हो गया। विदेशी मुद्रा संपत्ति में डॉलर के अलावा 20-30 प्रतिशत अन्य प्रमुख वैश्विक मुद्रा होती है। विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
इसी प्रकार, देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य भी इस दौरान 3.57 करोड़ डॉलर बढ़कर 20.76 अरब डॉलर हो गया। आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के साथ देश का विशेष निकासी अधिकारी का मूल्य भी 86 लाख डॉलर बढ़कर 1.47 अरब डॉलर हो गया। इसी प्रकार आईएमएफ में देश के भंडार का मूल्य भी 1.45 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.46 अरब डॉलर हो गया।