वाशिंगटन। अमेरिका की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल के जिस फीचर ने दुनियाभर के प्रमुख लोगों को अपना दीवाना बनाया है उसी फीचर से अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नाराज हैं। एप्पल की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया का सबसे सुरक्षित फोन है और इसके डाटा को कोई भी चुरा नहीं सकता है। यहां तक कि खुद एप्पल किसी भी सरकार को आईफोन यूजर्स की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराती हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति इसी बात से नाराज हैं। उन्होंने बुधवार को ट्विटर के जरिये एप्पल पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा है कि हत्यारों, ड्रग तस्करों और अन्य खतरनाक अपराधियों द्वारा उपयोग किए जा रहे आईफोन को अनलॉक करने से एप्पल इनकार कर रही है।
ट्रंप ने ट्विट में लिखा कि हम हमेशा व्यापार और अन्य मुद्दों में एप्पल की मदद करते हैं, लेकिन फिर भी वे हत्यारों, ड्रग तस्करों और अन्य खतरनाक अपराधियों द्वारा उपयोग किए जा रहे आईफोन को अनलॉक करने से इनकार कर रहे हैं। एप्पल को आगे आना चाहिए और हमारे महान देश की मदद करनी चाहिए। आइए अमेरिका को एक बार फिर से महान बनाएं।
यूएस अटॉर्नी जनरल विलियम बार द्वारा फ्लोरिडा नेवल एयर बेस पर एक सऊदी कैडेट द्वारा किए गए हमले को जिहादी हमला करार दिए जाने के बाद ट्रंप ने यह ट्विट किया है। पिछले महीने सऊदी कैडेट द्वारा की गई गोलीबारी के बाद 21 सऊदी सैनिकों को अमेरिका से निकाल दिया गया। मोहम्मद सईद अलशामरानी के रूप में पहचाने गए आतंकी ने 6 दिसंबर को गोलीबारी की थी जिसमें तीन नाविक मारे गए और 8 घायल हुए थे। हमले के बाद अमेरिका में सऊदी सैनिकों के प्रशिक्षण को रोक दिया गया।
बार ने आतंकी से मिले दो आईफोन को अनलॉक करने के लिए एप्पल से संपर्क किया, जो पुलिस की गोली से मारा गया। आतंकी ने एक फोन में गोली मारकर उसे तोड़ने का प्रयास किया लेकिन एफबीआई ने डिवाइस को बचाने में कामयाबी हासिल की। पुलिस ने आतंकी के आईफोन को अनलॉक करने के लिए एप्पल से मदद मांगी लेकिन अभी तक एप्पल ने इस संबंध में कोई भी सहायता उपलब्ध नहीं करवाई है।
एप्पल ने आतंकी के ऑनलाइन एकाउंट से आईक्लाउट डाटा को पुलिस को उपलब्ध करवाया है लेकिन फोन को अनलॉक करने से इनकार कर दिया है। एप्पल का कहना है कि यदि वो आईफोन को अनलॉक करनता है तो इससे उसके स्वयं का एनक्रिप्शन सॉफ्टवेयर कमजोर हो जाएगा। इससे पहले भी एप्पल का एफबीआई के साथ आईफोन अनलॉक करने को लेकर विवाद हो चुका है। 2016 में कैलीफोर्निया में भीड़ पर गोलीबारी करने वाले हमलावर के आईफोन को अनलॉक करने से भी एप्पल ने इनकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने फोन को खुद ही अनलॉक करने का तरीका खोज निकाला।