शेयर बाजार में लगातार छठे दिन शुक्रवार को बंपर तेजी रही। बीएसई सेंसेक्स 333.35 अंकों की बढ़त के साथ 66,598.91 अंक और एनएसई निफ्टी 92.90 अंक चढ़कर 19,819.95 अंक पर बंद हुआ। बाजार में तेजी जारी रहने से शेयर मार्केट निवेशकों की बंपर कमाई हुई। दरअसल, शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 3.12 लाख करोड़ था। इसके बाद सोमवार से शुक्रवार यानी 5 दिन में बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप बढ़कर 3.20 लाख करोड़ पहुंच गई। इस तरह निवेशकों को 8 लाख करोड़ से अधिक की कमाई हुई है।
सेंसेक्स में 1,434 अंकों की तेजी
इन छह सत्रों में निफ्टी 473 अंक यानी तीन प्रतिशत चढ़ा है जबकि सेंसेक्स में 1,434 अंक यानी 2.41 प्रतिशत की तेजी रही है। सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाइटन, पावर ग्रिड और भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख रूप से बढ़े। दूसरी ओर आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और जेएसडब्ल्यू स्टील में गिरावट दर्ज की गई। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ''जी20 शिखर सम्मेलन से पहले बैंक निफ्टी के साथ ही सार्वजनिक कंपनियों और अवसंरचना शेयरों में अच्छी तेजी से उत्साहित होकर सेंसेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई से कुछ प्रतिशत अंक ही दूर रह गया है।'' रंगनाथन ने कहा कि कमजोर मॉनसून के बावजूद बाजार आशावादी है, क्योंकि सभी क्षेत्रों के सार्वजनिक उपक्रमों के शेयरों में निवेशकों की सकारात्मक रुचि देखी गई। आरबीआई के वृद्धिशील सीआरआर को चरणबद्ध तरीके से वापस लेने की घोषणा के बाद बैकिंग शेयरों में तेजी आई।
घरेलू बाजार ने तेजी दर्ज की
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिका में अगस्त के बेरोजगारी के आंकड़ों से वैश्विक बाजार लड़खड़ा गए। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में हड़ताल के कारण गैस की कीमतों में वृद्धि से आगे मंदी की स्थिति पैदा होती दिख रही है। उन्होंने कहा कि हालांकि घरेलू बाजार ने वैश्विक संकट के संकेतों से बेपरवाह होकर एक बार फिर लचीलापन दिखाया और तेजी दर्ज की। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोपीय बाजार लाभ के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत चढ़कर 89.98 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 758.55 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।