नई दिल्ली। अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के तहत चालू वित्त वर्ष में 27 लाख नए सदस्यों के शामिल होने के बाद कुल पेंशनधारकों की संख्या 1.24 करोड़ से अधिक हो गई है। यह जानकारी शुक्रवार को सरकार की ओर से एक विज्ञप्ति में दी गई। वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2018-19 में 27 लाख से भी अधिक नए सदस्य इस योजना से जुड़ गए हैं।
मंत्रालय ने बताया कि अटल पेंशन योजना के तहत नामांकन में विभिन्न राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक सर्वाधिक योगदान है। यह योजना मई 2015 मे शुरू की गई थी। मंत्रालय ने बताया कि 27 अक्टूबर 2018 तक अटल पेंशन योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 17.09 लाख, बिहार में 11.16 लाख और अविभाजित आंध्रप्रदेश में 11.28 लाख, महाराष्ट्र में 10 लाख और कर्नाटक में 9.15 लाख सदस्य जुड़ चुके थे।
हालांकि इस योजना के तहत योजना के लिए पात्र देश की कुल आबादी का महज तीन फीसदी लोग ही जुड़े हैं। गोवा और पुडुचेरी में कुल पात्र आबादी का पांच फीसदी और चंडीगढ़, दादर नागर हवेली और कर्नाटक में चार फीसदी लोग जुड़े हैं।
मंत्रालय ने कहा कि अटल पेंशन योजना भारत सरकार से गारंटी प्राप्त पेंशन योजना है, जो पीएफआरडीए द्वारा संचालित की जा रही है। भारत सरकार इसके तहत मिलने वाले पेंशन से जुड़े लाभों की गारंटी देती है। इस योजना को काफी आसानी से समझा जा सकता है और यह अत्यंत पारदर्शी है। 18 से 40 वर्ष के आयु समूह वाला कोई भी भारतीय नागरिक उन बैंकों अथवा डाकघरों की शाखाओं के जरिए इस योजना से जुड़ सकता है, जिसमें उसका बचत बैंक खाता है।