लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते समय अधिकतर लोग जोखिम से बचना चाहते हैं। उन लोगों के लिए बैंक एफडी एक बेहतर विकल्प है। क्या आप भी NPS, म्युचुअल फंड और बैंक एफडी में निवेश को लेकर कंफ्यूज है। इन तीनों के फायदे और ब्याज दर जानने के बाद आपके लिए निवेश करने में बहुत आसानी होगी।
क्या आप टैक्स सेविंग की सबसे सिक्योर और अच्छा रिटर्न देने वाली स्कीम के बारे में जानते हैं। अगर आप टैक्स बचाने के साथ-साथ अपने भविष्य को सिक्योर बनाना चाहते हैं तो नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में निवेश करना शुरू कर दीजिए।
एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड को लेकर कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। क्या आप भी इन दोनों में से किसी एक में निवेश करने के लिए सोच रहे हैं? इससे पहले इन दोनों के बारे में जानकारी जरूर ले लें। इसके बाद यह तय करें कि एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड में से कौन ज्यादा बेहतर है।
पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने वाले राज्यों को झटका लगा है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई पेंशन योजना (एनपीएस) के लिए अलग रखे गए पैसे को राज्य सरकारों को पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए देने से इनकार कर दिया है।
Old Vs New Pension Scheme: सुप्रीम कोर्ट के हाल ही में सुनाए गए फैसले से सरकारी कर्मचारी काफी खुश हैं। वो इसकी लंबे समय से मांग करते आ रहे थे। आइए जानते हैं कि पुराने पेंशन योजना और नए पेंशन स्कीम में क्या अंतर है और कोर्ट ने इसपर अपनी क्या राय दी है?
National Pension System: NPS से परेशान सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने नया विकल्प तैयार किया है। अब कोई भी सरकारी कर्मचारी आसानी से पुरानी पेंशन योजना में स्विच कर सकता है। उसके लिए बस खबर में बताई गई बातों का ध्यान देना होगा।
आज के दौर में यदि हम औसत महंगाई की दर को 6 प्रतिशत माल लें तो यदि आप आज 1 लाख रुपये कमा रहे हैं तो आपको 20 साल बाद इसी लाइफस्टाइल को मेंटेन करने के लिए 3.2 लाख / माह से अधिक की आवश्यकता होगी।
Pension Assets का आकार 35 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 22% यानी कुल 7.72 लाख करोड़ रुपये NPS के पास है जबकि EPFO 40% हिस्से का प्रबंधन करता है।
आइए जानते हैं कि New Pension Scheme (NPS) से Old Pension Scheme (OPS) में आने पर कर्मचारियों को क्या फायदा और नुकसान हो सकता है।
आप अपने एनपीएस खाते के लिए एसआईपी शुरू करना चाहते हैं, तो आप इसे दो तरीकों से कर सकते हैं।
अटल पेंशन योजना का लक्ष्य मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को पेंशन योजना के दायरे में लाना है।
राज्य सरकार की योजना 11 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही। वहीं केंद्रीय स्वायत्त निकाय (सीएबी) का एनपीएस अंशधारकों में हिस्सा सबसे कम एक प्रतिशत रहा।
पारिवारिक पेंशन के रूप में अधिकतम 9,284 रुपये मासिक पेंशन ही मिलती थी। इस निर्णय से पारिवारिक पेंशन बढ़कर 30,000 से 35,000 रुपये मासिक हो जाएगी।
पीएफआरडीए के कुल अंशधारकों की संख्या बढ़कर 4.48 करोड़ हो गई है। प्रबंधन के तहत कुल एयूएम 6,37,089.79 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
ऑल सिटिजन मॉडल से तात्पर्य खुदरा ग्राहकों से है। पीएफआरडीए के चेयरमैन ने कहा कि सरकारी नौकरी करने वाले एनपीएस से इसलिए जुड़ रहे हैं, क्योंकि उनके लिए ऐसा करना जरूरी है।
तीन साल में खुदरा और कॉरपोरेट क्षेत्र के अंशधारकों की संख्या दोगुना से अधिक हुई। कॉरपोरेट और खुदरा खंड में कुल निवेश 97,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ग्राहकों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए एनपीएस ट्रस्ट को पीएफआरडीए से अलग करने की घोषणा की थी।
पोस्ट ऑफिस की ऐसी 7 स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप भी अपने लिए एक बड़ा बैंक बैलेंस तैयार कर सकते हैं।
कोरोना महामारी ने एक बार फिर लोगों को इस बात से आगाह किया है कि जीवन बहुत अनिश्चित है।
टैक्स और इनवेस्टमेंट विशेषज्ञों के मुताबिक, रिटायरमेंट फंड का निर्माण करने के लिए दोनों ही अच्छे इनवेस्टमेंट टूल हैं, लेकिन यदि कोई अधिक जोखिम उठाने में सक्षम है और वह अधिक पैसा बनाना चाहता है तब उसके लिए पीपीएफ से बेहतर एनपीएस होगा।
लेटेस्ट न्यूज़