अशोक लेलैंड की घरेलू बिक्री 20 प्रतिशत बढ़ी, महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहनों की बिक्री 41 प्रतिशत बढ़ी, निसान मोटर की बिक्री 4 गुना हुई।
फरवरी के महीने में दो-पहिया वाहनों की कुल बिक्री 21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 284581 यूनिट रही है। एक साल पहले की इसी अवधि में दोपहिया वाहनों की बिक्री 23891 के स्तर पर थी। घरेलू बाजार में दो-पहिया वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत बढ़ी है।
मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक यानि अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 तक कुल बिक्री पिछले साल के मुकाबले 18 प्रतिशत घटकर 36 लाख यूनिट रही है। वहीं इस अवधि के दौरान घरेलू बाजार में कुल बिक्री 26 प्रतिशत घटकर 17.20 लाख यूनिट रही, इस दौरान निर्यात 5 प्रतिशत घटा है।
अक्टूबर-दिसंबर 2020 की तिमाही के दौरान, नोटबुक खंड में बिक्री एक साल पहले से 62.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो कुल 29 लाख पीसी की बिक्री का तीन-चौथाई से अधिक हिस्सा है।
भारत में यात्री वाहनों की थोक बिक्री जनवरी 2021 में 11.14 प्रतिशत बढ़कर 2,76,554 इकाई हो गई, जबकि जनवरी 2020 में यह आंकड़ा 2,48,840 इकाई था। जनवरी 2020 में डीलरों को दोपहिया वाहनों की आपूर्ति 6.63 प्रतिशत बढ़ी है।
मारुति सुजुकी इंडिया के मुताबिक 2015 में कंपनी की कुल बिक्री में नेक्सा का योगदान पांच प्रतिशत था, जो 2020-21 में बढ़कर 19 प्रतिशत हो गया। कंपनी की कुल बिक्री अप्रैल-जनवरी में 2020-21 11,26,378 इकाई रही है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पर्सनल केयर ब्यूटी और वैलनेस सेग्मेंट में पिछले साल के मुकाबले 95 प्रतिशत और एफएमसीजी और हेल्थकेयर सेग्मेंट में 46 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। छोटे शहरों से ऑर्डर में तेज उछाल दर्ज।
घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री 4 प्रतिशत बढ़कर 20634 यूनिट रही है। जनवरी 2020 में 19797 यूनिट की बिक्री हुई थी। वहीं इस अवधि के दौरान निर्यात 30 फीसदी बढ़कर 2286 यूनिट पर पहुंच गया।
साल 2020 में भारत में बिक्री 43 प्रतिशत कम होकर 7,893 इकाइयों पर आ गयी। कंपनी ने इससे पहले 2019 में भारतीय बाजार में 13,786 वाहनों की बिक्री की थी। हालांकि दिसंबर तिमाही में बिक्री एक तिमाही पहले की तुलना में 40 प्रतिशत बढ़ गई है।
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में घरेलू बाजार में बिक्री सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 11,49,101 रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,91,299 इकाई रही थी।
इंडस्ट्री ने अनुमान दिया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में सीमित वृद्धि की उम्मीद है, हालांकि इसके साथ ही इंडस्ट्री जारी किसान आंदोलन और बजट को लेकर सतर्क रुख भी रख रही है।
सुंदरबन के मैंग्रोव वन में मिलने वाले बनफूल शहद की मांग इतनी ज्यादा रही कि शहद एक दिन में आउट ऑफ स्टॉक हो गया। वहीं ये शहद एक दिन में इतना बिका, जितना बिकने में महीनों लग जाते थे।
कंपनी के मुताबिक कोरोना संकट और तमाम मुश्किलों के बीच भी इस बार की बिक्री पिछले त्योहारी सीजन का 98 फीसदी और 2018 के त्योहारी सीजन का 103 फीसदी रही है।
एफएमसीजी सामान, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, खिलौने, बिजली के उपकरण और सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रसोई के सामान, उपहार की वस्तुएं, मिष्ठान्न वस्तुएं, मिठाई, घर की सजावट, टेपेस्ट्री, बर्तन, सोना और आभूषण, जूते, घड़ियां, फर्नीचर, दिवाली पर सबसे ज्यादा खरीदे जाने वाले सामानों में शामिल
दुपहिया वाहनों की बिक्री पिछले माह 26.82 प्रतिशत घटकर 10,41,682 इकाई रह गई। वहीं वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी 30.32 प्रतिशत घटकर 44,480 इकाई रह गई। इसी प्रकार तिपहिया वाहनों की बिक्री भी 64.5 प्रतिशत घटकर 22,381 वाहन रही। एक साल पहले इसी माह अक्टूबर में यह बिक्री 63,042 इकाई रही। हालांकि, इस दौरान ट्रैक्टर की बिक्री 55 प्रतिशत बढ़कर 55,146 इकाई तक पहुंच गई।
होंडा कार्स इंडिया की घरेलू बिक्री अक्टूबर में 8.3 प्रतिशत बढ़कर 10,836 वाहन रही। हुंदै मोटर इंडिया की कुल बिक्री 8.2 प्रतिशत बढ़कर 68,835 इकाइयों पर पहुंच गयी। वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा की कुल ट्रैक्टर बिक्री अक्टूबर में दो प्रतिशत बढ़कर 46,558 इकाई रही।
सितंबर तिमाही में कंपनी ने 3,93,130 वाहनों की बिक्री की, जो साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान घरेलू बिक्री 18.6 प्रतिशत बढ़कर 3,70,619 इकाइयों पर पहुंच गयी। हालांकि विदेशों में कोरोना के असर की वजह से इस अवधि के दौरान निर्यात में गिरावट देखने को मिली।
फ्लिपकार्ट की वार्षिक द बिलियन डेज सेल 16 अक्टूबर को शुरू हुई है। यह अभी जारी है और 21 अक्टूबर को समाप्त होगी। वहीं मिन्त्रा के ‘बिग फैशन फेस्टिवल’ का आयोजन 16 से 22 अक्टूबर तक किया गया है। अमेजन की ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ सेल 17 अक्टूबर को शुरू हुई है और यह एक माह तक चलेगी।
आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों में तेजी के साथ बिजली मांग में भी बढ़त देखने को मिली है और मांग महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गयी। देश में सितंबर माह में बिजली की अधिकतम मांग में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत और खपत में 4.6 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गयी।
तिमाही में दौरान कंपनी भारत में 2,058 इकाई की बिक्री ही कर सकी। पिछले साल जुलाई-सितंबर की तिमाही में कंपनी ने 3,354 वाहन बेचे थे। गिरावट दर्ज होने के बावजूद कंपनी की बिक्री कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंच गई है।
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